देहरादून: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के लिए अब श्रद्धालुओं को अनुमति दे दी गई है. प्रदेश में 11 जुलाई से श्रद्धालु चारों धामों में दर्शनों के लिए आ सकते हैं. हालांकि इसके लिए उन्हें कोविड की निगेटिव रिपोर्ट को साथ लाना होगा.
प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू में व्यापारिक प्रतिष्ठानों को राहत देने के साथ ही चारधाम यात्रा पर भी सरकार ने महत्वपूर्ण निर्णय ले लिया है. राज्य सरकार की तरफ से 11 जुलाई से प्रदेश के सभी लोगों को चारधाम यात्रा की इजाजत दी गई है. इसके तहत अब गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के दर्शन के लिए श्रद्धालु 11 जुलाई से आ सकते हैं. फिलहाल यात्रा उत्तराखंड के लोगों के लिए ही शुरू की गई है.
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हालांकि 1 जुलाई से ही चारधाम में श्रद्धालु पहुंचना शुरू हो जाएंगे. ऐसा इसलिए क्योंकि गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में उत्तरकाशी, केदारनाथ में रुद्रप्रयाग और बदरीनाथ में चमोली जिले के लोग 1 जुलाई से ही यात्रा कर सकेंगे. श्रद्धालुओं को RT-PCR एंटीजन या रैपिड टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट साथ लेकर आना जरूरी होगा.
यात्रा को लेकर अनुमति मिलने के बाद अब न केवल श्रद्धालुओं को अपनी धार्मिक भावनाओं के अनुसार धामों में जाने का मौका मिल पाएगा. वहीं, चारधाम से जुड़े व्यवसायियों को भी इसका सीधा लाभ होने जा रहा है. प्रदेश में चारधाम यात्रा को लेकर भी लंबे समय से यात्रा रूट से जुड़े व्यवसायी इंतजार कर रहे थे और अब सरकार ने कोरोना संक्रमण के कम होते मामलों को देखते हुए यात्रा को खोलने का निर्णय ले लिया है.