देहरादूनःस्मार्ट सिटी लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आर राजेश कुमार ने परियोजना के तहत स्कूल और रोड का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने ईसी रोड, राजपुर रोड, गांधी रोड, तिलक रोड और जीआईसी खुडबुड़ा, बालिका जुनियर हाईस्कूल, खुडबुड़ा स्कूल का जायजा लिया. निरीक्षण के दौरान सीईओ ने दर्शन लाल चौक से प्रिंस चौक तक सभी इलेक्ट्रिक पोल को एक सीध में शिफ्ट करने के निर्देश दिए. जिससे जनता को असुविधा न हो. वहीं, शहर में पेड़ों की लोपिंग का कार्य वन विभाग के साथ समन्वय बनाकर जल्द से जल्द करने को कहा.
स्मार्ट सिटी के सीईओ और जिलाधिकारी आर राजेश कुमार ने निरीक्षण के दौरान दीनदयाल पार्क के सामने लगे हुए सूचना बोर्ड को सड़क के एक्सट्रीम एज में शिफ्ट करने के निर्देश दिए. परियोजना के तहत सड़क में नियमानुसार वेंडिंग जोन भी स्थापित करने को कहा. यातायात में बाधक साइन बोर्ड और विद्युत पोल को संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर स्थानांतरित करने के निर्देश भी दिए. साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो लोग फुटपाथ और सड़क किनारे रेहड़ी लगाकर अपना रोजगार चला रहे हैं, ऐसे लोगों के लिए नगर निगम से वार्ता कर रोजगार के लिए व्यवस्था कराने के प्रयास किए जाएं.
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का निरीक्षण. ये भी पढ़ेंःदेहरादून में सवारी बने DM, बस में खड़े होकर किया सफर, जानिए क्यों
सीईओ राजेश कुमार ने बताया कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के आलावा सिटी प्रोजेक्ट भी संचालित किया जा रहा है. जिसके फलस्वरूप स्मार्ट सिटी के पूर्व प्रस्तावित कार्यों से हटकर शहर के 6 साइटों यानी ईसी रोड, चकराता रोड, तिलक रोड, गांधी रोड, हरिद्वार रोड पर कार्य शुरू किया जा रहा है. जिसमें 14.6 किमी के स्टेज पर कार्य किया जाना है. इसके अंतर्गत चाइल्ड, सीनियर सिटीजन फ्रेंडली योजना बनाकर कार्य किया जाना है. इसकी डीपीआर तैयार हो चुकी है. इस प्रोजेक्ट की लागत करीब 58 करोड़ है. प्रोजेक्ट से जनता को काफी सहूलियत मिलेगी. जिसमें फ्रेंच डेवलपमेंट एजेंसी, यूरोपियन यूनियन और भारत सरकार से प्रोजेक्ट की फंडिंग की जाएगी.
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आर राजेश कुमार ने बताया चाइल्ड फ्रेंडली सिटी परियोजना में देहरादून के 14.6 किलोमीटर के स्ट्रेच को कवर किया जाएगा. साथ ही परियोजना में स्मार्ट सिटी लिमिटेड के एबीडी इलाके में सड़क, फुटपाथ और स्कूलों को बच्चों के अनुकूल डिजाइन किया जाएगा. बच्चों के आवाजाही को और सुरक्षित बनाया जाएगा. जिसके लिए डीपीआर तैयार कर ली गई है. जल्द ही इस परियोजना की शुरुआत की जाएगी. उन्होंने बताया कि अगले महीने तक सभी हिस्सों पर काम शुरू हो जाएगा. जिसे पूरा होने में लगभग 18 महीने का समय लगेगा.