देहरादून:हेलीकॉप्टर हादसे में शहीद हुए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS Bipin Rawat) बिपिन रावत को आज पूरा देश नमन कर रहा है. उनके साथ-साथ उनकी पत्नी और सेना के 11 अधिकारी जो इस विमान हादसे का शिकार हो गए आज देश उनको भी नमन कर रहा है. सीडीएस बिपिन रावत का उत्तराखंड से क्या नाता है ? ये तो सबको मालूम है. लेकिन उनके दिल में उत्तराखंड हमेशा धड़कता था. उत्तराखंड के लिए सोचना और उत्तराखंड के लिए कुछ करने का जज्बा, उनके मन में आखिरी समय तक था. इस बात को ईटीवी भारत की टीम ने तब देखा और महसूस किया जब आज से ठीक 1 महीने पहले 9 नवंबर को उत्तराखंड अपना राज्य स्थापना दिवस मना रहा था.
राज्य स्थापना दिवस पर राजभवन आए थे बिपिन रावत: यह बात उस समय की है जब देहरादून राजभवन में राज्य स्थापना दिवस के मौके पर राज्यपाल गुरमीत सिंह ने शाम की चाय के लिए हर साल की तरह राज्य के गणमान्य लोगों को आमंत्रित किया हुआ था. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के अलावा शासन-प्रशासन के तमाम अधिकारी मौजूद थे. लेकिन ऐसा पहली बार था कि सेना से जुड़े बड़े अधिकारी राजभवन में राज्य स्थापना दिवस के मौके पर पहुंचे थे.
राज्यपाल गुरमीत सिंह, क्योंकि सेना में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. लिहाजा, गुरमीत सिंह के आमंत्रण पर पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और अन्य राज्यों से सेना के बड़े अधिकारी भी पहुंचे हुए थे. कोविड-19 प्रोटोकोल के तहत सेना के तमाम अधिकारियों ने मास्क पहना हुआ था. इस दौरान किसी को इस बात का अंदाजा नहीं था कि इस सेना की भीड़ में सीडीएस बिपिन रावत भी मौजूद हैं. अक्सर राजभवन में नेता, मंत्री या समाजसेवी ही आते रहे हैं. लेकिन यह पहली बार था जब राज्य स्थापना दिवस के कार्यक्रम में सीडीएस बिपिन रावत राजभवन पहुंचे थे.
CDS बिपिन रावत संग फोटो खिंचवा रहे थे लोग: लगातार लोग उनके साथ फोटो खिंचवा रहे थे. पत्रकारों ने बातचीत करनी चाहिए तो उन्हें साफ इनकार कर दिया. राजभवन में वैसे भी किसी की बाइट या इंटरव्यू कम ही होता है. ईटीवी भारत की टीम ने भी उनसे बातचीत करने की कोशिश की. ईटीवी भारत के उत्तराखंड ब्यूरो चीफ किरनकांत शर्मा ने शुरुआत में बस इतना कहा कि आप राज्य स्थापना दिवस पर लोगों को जो भी संदेश देना चाहते हैं, वह दे दीजिए, तो उन्होंने कहा यहां सही नहीं लगेगा.
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CDS बिपिन रावत ने ईटीवी भारत से की थी बातचीत:पहले तो बिपिन रावत ने कहा कि बस आप यह लिख दीजिए कि 'मैं सभी राज्य वासियों को बधाई देता हूं.' फिर हमने कहा सर बहुत कम मौके होते हैं, जब आप के साथ साक्षात्कार होता है. राज्य स्थापना दिवस जैसा मौका हो और आप कुछ ना बोलें यह थोड़ा अटपटा लगेगा. इस पर बिपिन रावत मुस्कुराते हुए राजी हो गए. उन्होंने कहा कि कोई इधर-उधर के सवाल आप नहीं पूछेंगे.