देहरादूनः अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना में धोखाधड़ी करने वाले संस्थानों पर कानूनी कार्रवाई तेज हो गई है. अभी तक जिन अस्पतालों को महज कारण बताओ नोटिस दिए जा रहे थे, उन पर अब योजना से जुड़े अधिकारियों ने मुकदमे भी दर्ज करने शुरू कर दिए हैं. उधर, इस योजना में हो रही कड़ी कार्रवाई से फर्जीवाड़ा करने वाले संस्थानों में हड़कंप मचा हुआ है.
अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना परवान चढ़ने से पहले ही फर्जीवाड़ा का शिकार हो गई है. हालांकि, इस योजना से जुड़े अधिकारियों ने फर्जीवाड़ा करने वालों पर नकेल कसना शुरू कर दिया है. उत्तराखंड में अब तक 14 नर्सिंग होम और अस्पतालों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं.
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इतना ही नहीं अर्थदंड समेत क्लेम की राशि भी वसूले जाने के निर्देश जारी किए गए हैं, लेकिन अब अधिकारियों ने कार्रवाई को कड़ा करते हुए ऐसे अस्पतालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी शुरू कर दी है. इसके तहत नर्सिंग होम और अस्पतालों के खिलाफ मुकदमे भी दर्ज करने शुरू कर दिए हैं.
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बता दें कि, काशीपुर के एमपी नर्सिंग होम और देवकीनंदन अस्पताल के खिलाफ कारण बताओ नोटिस के बाद मुकदमा दर्ज किया गया था. इसके बाद अब देहरादून के विनोद क्लीनिक के संचालक पर भी धोखाधड़ी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. जबकि, काशीपुर के आस्था अस्पताल और जन सेवा अस्पताल के खिलाफ भी योजना से जुड़े अधिकारियों ने मुकदमा दर्ज करवाने के लिए पुलिस को तहरीर सौंपी है.