देहरादून:राजधानी देहरादून के थाना पटेल नगर क्षेत्र में स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की निरंजनपुर शाखा में तत्कालीन शाखा प्रबंधक ने फर्जी लोन सैंक्शन कर करोड़ों का गबन किया है. इस मामले का खुलासा बैंक ऑडिट में हुआ है. ऐसे में वर्तमान शाखा प्रबंधक की तहरीर के आधार पर तत्कालीन शाखा प्रबंधक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की निरंजनपुर शाखा के शाखा प्रबंधक अभिषेक राणा ने शिकायत दर्ज कराई है कि साल 2020 में विलय से पहले यह बैंक कॉर्पोरेशन बैंक था. इसमें तत्कालीन अमित सिंह नाम की शाखा प्रबंधक तैनात थे. अमित सिंह ने साल 2019 में स्वपिनल कुमार के नाम पर 53 लाख रुपए का लोन जारी किया था. इसके कुछ दिन बाद ही अमित सिंह ने मनोहर सिंह के नाम पर साढ़े 48 लाख रुपए का लोन किया गया.
31 दिसंबर, 2020 को जब बैंक में ऑडिट हुआ तो इसमें आपत्ति लगाई कि इन लोन के संबंध में कोई दस्तावेज बैंक में जमा नहीं है लेकिन तत्कालीन शाखा प्रबंधक अमित सिंह ने इस मामले में कोई कदम नहीं उठाया था. 7 महीने बाद जुलाई, 2021 में अमित सिंह का ट्रांसफर कर्णप्रयाग शाखा में हो गया. उनके स्थान पर अभिषेक राणा ने चार्ज लिया. अभिषेक राणा के चार्ज लेने के कुछ दिन बाद ऑडिट की आपत्ति को देखा तो वह हैरान हो गए.
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अभिषेक राणा ने मनोहर सिंह और स्वपिनल के दस्तावेज चेक किए तो मालूम हुआ कि रिकॉर्ड में कोई दस्तावेज नहीं है. इस पर शाखा प्रबंधन में दोनों लोगों को नोटिस जारी किए गए, तो पता चला कि दोनों ने किसी भी प्रकार का कोई लोन के लिए शाखा में आवेदन ही नहीं किया है. कोतवाली पटेल नगर प्रभारी रविन्द्र सिंह ने बताया कि यूनियन बैंक इंडिया शाखा के प्रबंधक अभिषेक राणा की तहरीर के आधार पर आरोपी अमित सिंह के खिलाफ सरकारी धन का गबन करने, धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है.