देहरादून: नगर कोतवाली में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी ने जिला सहकारी बैंक लिमिटेड के निदेशक मंडल पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उसने मंडल निदेशक के खिलाफ कोतवाली में तहरीर भी दी है. आरोप है कि निदेशक मंडल ने उससे पदोन्नति कराने के लिए रिश्वत मांगी है. तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है.
जिला सहकारी बैंक लिमिटेड में काम करने वाले चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी यशवीर सिंह ने पुलिस को एक तहरीर दी है, जिसमें उन्होंने कहा कि वर्ग थ्री लिपिक और कैशियर के पद पर पदोन्नति करवाने के लिए जिला सहकारी बैंक लिमिटेड देहरादून शिमला बायपास रोड पर स्थित निदेशक मंडल में निदेशक शिव सिंह ने उससे एक लाख रुपए रिश्वत मांगी थी. यशवीर सिंह ने विश्वास में आकर शिव सिंह को पदोन्नति के लिए 9 अगस्त 2019 को बतौर एक लाख रुपए दे दिए थे.
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आरोप है कि रिश्वत देने के बाद भी कर्मचारी यशवीर सिंह की पदोन्नति नहीं हुई. यशवीर सिंह ने इसकी शिकायत बैंक अध्यक्ष से की. बैंक अध्यक्ष ने बताया कि इस प्रकार से कोई पदोन्नति प्रक्रिया नहीं चल रही है और गलत तरीके या सिफारिश से पदोन्नति नहीं होती है. उसके बाद यशवीर सिंह नेगी ने निदेशक शिव सिंह से एक लाख वापस मांगे, लेकिन शिव सिंह ने रुपए वापस करने से मना कर दिया.
रुपए वापस नहीं मिलने पर यशवीर सिंह ने मामले की शिकायत बैंक अध्यक्ष से की. निदेशक के खिलाफ बैंक निदेशक मंडल द्वारा एक जांच कमेटी के माध्यम से जांच की गई, जिसमें शिव सिंह के खिलाफ रिश्वत लेने की पुष्टि पाई गई. यशवीर सिंह नेगी द्वारा यह भी बताया गया कि रिश्वत धनराशि में 50 हजार का चेक दिया गया है. नगर कोतवाली प्रभारी रितेश शाह ने बताया कि यशवीर सिंह की तहरीर के आधार पर शिव सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा पंजीकृत किया गया है, पुलिस द्वारा मामले में जांच की जा रही है.