देहरादून: करोड़ों की छात्रवृत्ति घोटाले में जैसे-जैसे एसआईटी जांच आगे बढ़ रही है घोटाले की परतें खुलती जा रही हैं. इस मामले में एसआईटी 7 और निजी शिक्षण संस्थानों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई तेज कर दी है. ये सभी हरिद्वार जिले में हैं.
इन सभी 7 शिक्षण संस्थाओं के खिलाफ एसआईटी के पास पुख्ता सबूत हैं. इन सभी संस्थानों में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर छात्र-छात्राओं का फर्जी दाखिला दिखाकर करोड़ों रुपए का घोटाला किया गया है. ऐसे में एसआईटी द्वारा हरिद्वार के अलग-अलग थानों में मुकदमे दर्ज कराए गए हैं. इन में 4 ऐसे शिक्षण संस्थान है जिनका पता उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में स्थित है, जबकि तीन ऐसे संस्थान है जो हरिद्वार और राजस्थान में दर्शाए गए हैं. सभी संस्थानों के खिलाफ धारा 420, 409, 467, 468 और 471 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
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इन संस्थानों के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमे
- त्रिवेणी इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एजुकेशन, 13 मेरठ बागपत रोड, उत्तर प्रदेश. एसआईटी की जांच पड़ताल के मुताबिक इस संस्थान द्वारा 12 करोड़ 14 लाख 44 हज़ार 50 रुपये का घोटाला सामने किया गया.
- मिलेनियम इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी सहारनपुर, उत्तरप्रदेश. एसआईटी की जांच में इस संस्थान पर 66 लाख 91 हजार 770 रुपए के घोटाले का आरोप लगा है.
- अभिनव सेवा संस्थान महाविद्यालय, राजीव पुरम, कानपुर उत्तर प्रदेश. एसआईटी की जांच में इस संस्थान द्वारा 54 लाख 82 हजार 150 रुपये का छात्रवृत्ति घोटाला किया गया.
- कृष्णा प्राइवेट आईटीआई, छुटमलपुर, डिस्ट्रिक्ट सहारनपुर, उत्तर प्रदेश. एसआईटी जांच पड़ताल में इस संस्थान द्वारा 54 लाख 29 हजार 400 को घोटाल किया गया.
- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, जगजीतपुर, कनखल हरिद्वार, उत्तराखंड. एसआईटी जांच में इस शिक्षण संस्थान द्वारा 50 लाख 73 हजार 500 रुपए का घोटाल किया गया.
- सिंघानिया यूनिवर्सिटी, झुंझुनू राजस्थान/ हेमलता इंस्टिट्यूट, नजदीक क्रिस्टल वर्ल्ड, बहादराबाद ,हरिद्वार, उत्तराखंड.. एसआईटी जांच पड़ताल में इस संस्थान द्वारा 50 लाख 26 हजार 100 रुपए का घोटाल किया गया.
- कृष्णा इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी, मुखिया कांपलेक्स, हरिद्वार रोड लक्सर/स्वामी विवेकानंद एजुकेशनल सोसाइटी, लक्सर हरिद्वार उत्तराखंड. एसआईटी की जांच पड़ताल में इस संस्थान द्वारा 47 लाख 59 हजार 200 रुपए का छात्रवृत्ति घोटाला सामने आया.