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एम्स ऋषिकेश रोड पर कार के सामने आया सांड, बड़ा हादसा टला - bull collided with car

बिजनौर निवासी सौरभ सिंह मंगलवार की शाम एम्स में भर्ती अपने मामा को देखने के बाद ऋषिकेश की ओर आ रहे थे. एम्स के निकट ही अचानक सड़क पर एक सांड आ गया, जो कार से टकरा गया. घटना में कार बुरी तरीके से क्षतिग्रस्त हो गई. गनीमत रही कि कार सवारों को कोई चोट नहीं आई है. किसी तरह कार सवारों ने कार को सड़क के किनारे किया.

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एम्स ऋषिकेश रोड पर कार हादसा

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Published : Dec 13, 2022, 10:03 PM IST

ऋषिकेश:तीर्थनगरी ऋषिकेश में सड़कों पर आवारा पशुओं की वजह से लगातार सड़क हादसे बढ़ रहे हैं, मगर जिम्मेदार समस्या का समाधान करने के प्रति गंभीर दिखाई नहीं दे रहे हैं. ताजा मामला ऋषिकेश में एम्स रोड से सामने आया है, जहां एम्स में भर्ती अपने रिश्तेदार को देखने के बाद वापस आ रहे बिजनौर निवासी सौरभ सिंह तोमर की कार सड़क पर अचानक आए सांड से टकरा गई. घटना में कार बुरी तरीके से क्षतिग्रस्त हो गई. राहत की बात यह है कि कार सवारों को चोट नहीं लगी है. सौरभ सिंह ने स्थानीय प्रशासन से आवारा पशुओं को सड़कों से हटाने की मांग की है.

एम्स ऋषिकेश रोड पर कार हादसा

पीड़ित सौरभ ने बताया कि सड़क पर कई जगह आवारा पशु देखने को मिले हैं. अगर यदि कार के जगह दोपहिया वाहन होता, तो दोपहिया वाहन सवार की शायद जान चली जाती. गनीमत है कि उनको चोट नहीं आई है. मगर कार में हजारों रुपए का नुकसान हो गया है. जिम्मेदारों को इस ओर ध्यान देना चाहिए.

बता दें, एम्स रोड सबसे ज्यादा व्यस्त रहने वाली रोड है. एम्स में भर्ती मरीजों को देखने के लिए प्रतिदिन सैकड़ों वाहन एम्स रोड पर ही आवागमन करते हैं, जबकि दर्जनों एंबुलेंस गंभीर मरीजों को शीघ्र उपचार दिलाने के लिए तेज गति से एम्स में पहुंचती हैं. अगर कभी एंबुलेंस की आवारा पशु के साथ टक्कर होती है, तो बड़ा हादसा होने की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता है. मुख्य रूप से एम्स रोड पर कृषि उत्पादन मंडी समिति के गेट से लेकर वीरभद्र मंदिर के बीच दर्जनों आवारा पशु सड़कों पर घूमते हुए आसानी से देखे जा सकते हैं, जो सड़क हादसों को न्योता दे रहे हैं.

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ज्ञात हो, एम्स के ठीक पीछे बसी शिवाजी नगर कॉलोनी में बीते एक वर्ष पहले आवारा सांडों की लड़ाई की वजह से पलटी ठेली के नीचे दबने से एक मासूम की जान चली गई थी, जबकि हरिद्वार रोड पर दो दिन पहले ग्लास फैक्ट्री के पास दो सांडों की लड़ाई की चपेट में आई स्कूटी के स्लिप होने से 10 वर्ष के छात्र के लिए दर्दनाक मौत हुई है. बावजूद इसके जिम्मेदार आवारा पशुओं को सड़कों से हटाने के प्रति अपनी जिम्मेदारी को लेते हुए दिखाई नहीं दे रहे हैं.

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