देहरादूनःउत्तराखंड विधानसभा चुनाव मतगणना का परिणाम आने लगा है. धीरे-धीरे हार-जीत के फैसले सामने आ रहे हैं. हालांकि, बहुमत की बात करें तो भाजपा ने बहुमत का जादुई आंकड़ा पार कर दिया है. इसके साथ ही भाजपा इतिहास रचते हुए उत्तराखंड की सत्ता पर दोबारा काबिज होने जा रही है. लेकिन चौंकाने वाली बात ये है कि कांग्रेस का मुख्यमंत्री का चेहरा माने जाने वाले हरीश रावत लगभग 14 हजार वोटों से हार गए हैं. जिसके बाद भाजपा नेता विजय बहुगुणा का हरीश रावत के लिए 'मौत का कुआं' वाला बयान सही साबित हुआ है.
इन प्रत्याशियों ने किया फतह: लालकुआं विधानसभा सीटःनैनीताल जिले की लालकुआं विधानसभा सीट से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम हरीश रावत करीब 14,000 वोटों से हार गए हैं. हरीश रावत को भाजपा प्रत्याशी मोहन सिंह बिष्ट ने हराया है. मोहन सिंह बिष्ट नैनीताल जिला पंचायत सदस्य रह चुके हैं.
हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा सीटःहरिद्वार जिले की हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा सीट से हरीश रावत की बेटी व कांग्रेस प्रत्याशी अनुपमा रावत ने जीत दर्ज की है. अनुपमा रावत ने भाजपा प्रत्याशी व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद को शिकस्त दी है. इसके साथ ही अनुपमा रावत ने 2017 के विधानसभा चुनाव में अपने पिता हरीश रावत की हार का बदला भी ले लिया है. 2017 में स्वामी यतीश्वरानंद ने हरीश रावत को करारी शिकस्त दी थी.
रायपुर विधानसभा सीटः देहरादून की रायपुर विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी उमेश शर्मा 'काऊ' ने जीत दर्ज की है. उमेश शर्मा काऊ ने कांग्रेस प्रत्याशी हीरा सिंह बिष्ट को शिकस्त दी है. उमेश शर्मा रायपुर सीट से सीटिंग विधायक हैं.
जसपुर विधासभा सीटः उधमसिंह नगर जिले की जसपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के आदेश सिंह चौहान ने जीत दर्ज कर ली है. आदेश सिंह चौहान ने भाजपा प्रत्याशी डॉ. शैलेंद्र मोहन सिंघल को हराया है. आदेश सिंह चौहान जसपुर से सीटिंग विधायक हैं. उन्होंने 2017 में भाजपा के सतवीर सिंह गुर्जर को 4204 वोटों से हराया था.
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लोहाघाट विधानसभा सीटः पिथौरागढ़ जिले की लोहाघाट विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने कब्जा किया है. कांग्रेस प्रत्याशी खुशाल सिंह अधिकारी ने सीट पर बड़ी जीत दर्ज की है. उन्होंने भाजपा के पूरन फर्त्याल को मात दी है. कुल 22,290 वोटों में से खुशहाल सिंह को 53.43 फीसदी मत के साथ 11,909 वोट मिले हैं. वहीं भाजपा के पूरन फर्त्याल को 38.81 फीसदी वोट के साथ 8651 वोट मिले. लोहाघाट सीट पर 2017 में भी भाजपा के पूरन फर्त्याल और कांग्रेस के खुशाल सिंह अधिकाारी आमने-सामने थे. जिसमें बीजेपी के पूरन फर्त्याल ने 148 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी.
मसूरी विधानसभा सीटःदेहरादून की मसूरी विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी व कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने जीत दर्ज की है. गणेश जोशी ने सीट से कांग्रेस प्रत्याशी गोदावरी थापली को हराया है. गणेश जोशी ने चौथी बार विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की है. 2007 से गणेश जोशी लगातार जीतते आ रहे हैं.
ऋषिकेश विधानसभा सीटः देहरादून की ऋषिकेश विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने जीत दर्ज की है. प्रेमचंद अग्रवाल ने कांग्रेस प्रत्याशी जयेंद्र चंद्र रमोला को हराया है. प्रेमचंद अग्रवाल ऋषिकेश सीट से चौथी बार विधायक चुने गए हैं. अग्रवाल ने रमोला को 19068 वोटों से हराया. इसके साथ ही उन्होंने लगाचार चार बार जीतने का मिथक भी तोड़ दिया है. ऋषिकेश में किसी भी चुनाव में लगातार तीन बार का जीता प्रत्याशी चौथी बार जीत दर्ज असफल रहा है.
डोईवाला विधानसभा सीटः देहरादून की 10 सीटों में से डोईवाला विधानसभा सीट भाजपा के खाते में चली गई है. इस सीट से भाजपा प्रत्याशी बृज भूषण गैरोला ने जीत दर्ज की है. बृज भूषण गैरोला ने कांग्रेस प्रत्याशी गौरव चौधरी को हराया है.
भगवानपुर विधानसभा सीटःहरिद्वार जिले की भगवानपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी ममता राकेश ने जीत दर्ज की है. ममता राकेश ने भाजपा प्रत्याशी सत्यपाल सिंह को हराया है. इसके अलावा आप से प्रेम सिंह और बसपा से सुबोध राकेश भी चुनावी मैदान में थे. ममता राकेश पूर्व विधायक स्व. सुरेंद्र राकेश की पत्नी हैं.
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गदरपुर विधानसभा सीटःउधमसिंह नगर की गदरपुर विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी व धामी सरकार में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने जीत दर्ज कर ली है. अरविंद पांडे ने कांग्रेस प्रत्याशी प्रेमानंद महाजन को करारी शिकस्त दी है. इसके साथ ही अरविंद पांडे से शिक्षा मंत्री से जुड़ा मिथक भी अपनी जीत से तोड़ दिया है. उत्तराखंड में मिथक रहा है कि शिक्षा मंत्री अपना अगला विधानसभा चुनाव हमेशा हारता है.
बाजपुर विधानसभा सीटःउधमसिंह नगर की ही बाजपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी व पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने जीत कर ली है. यशपाल आर्य ने भाजपा प्रत्याशी राजेश कुमार को हरा दिया है. बाजपुर विधानसभा सीट पर 2017 के चुनाव में यशपाल आर्य ने जीत दर्ज की थी. हालांकि उस दौरान वह भाजपा में थे. चुनाव से पहले ही उन्होंने अपने बेटे संजीव आर्य के साथ भाजपा छोड़ कांग्रेस का दामन थामा था.
भीमताल विधानसभा सीटःनैनीताल जिले की भीमताल विधानसभा सीट से भाजपा के राम सिंह कैड़ा ने कांग्रेस के धन सिंह भंडारी को शिकस्त दी है. राम सिंह कैड़ा भीमताल सीट से सीटिंग विधायक हैं. हालांकि, 2017 के चुनाव में राम सिंह कैड़ा निर्दलीय प्रत्याशी के तौर विधानसभा पहुंचे थे. वहीं, चुनाव से पहले ही राम सिंह कैड़ा भाजपा में शामिल हुए थे.
प्रतापनगर विधानसभा सीटःटिहरी की प्रतापनगर विधानसभा सीट भी कांग्रेस के खाते में गई है. कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम सिंह नेगी ने सीट पर जीत दर्ज की है. विक्रम सिंह नेगी ने भाजपा के विजय सिंह पंवार उर्फ गुड्डू को हराया है. इसके अलावा सीट से आप के सागर सिंह भंडारी भी मैदान में थे. इस सीट पर अब तक हुए चार चुनावों में दो बार भाजपा और दो बार कांग्रेस जीत चुकी है. इस सीट पर मिथक है कि जो पार्टी जीती है, उसी की सरकार बनी है. हालांकि इस बार ये मिथक टूट गया है. 2017 के चुनाव में भाजपा से विजय सिंह पंवार उर्फ गुड्डू भाई विधायक थे.
कैंट विधानसभा सीटःदेहरादून जिले की कैंट विधानसभा सीट एक बार फिर भाजपा के खाते में चली गई है. कैंट सीट से सविता कपूर ने जीत दर्ज की है. कैंट सीट पर कांग्रेस ने सूर्यकांत धस्माना पर दांव खेला था. सूर्यकांत धस्माना कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं. वहीं सविता कपूर पूर्व विधायक स्व. हरबंस कपूर की पत्नी हैं. कैंट सीट 4 बार विधानसभा चुनाव में भाजपा के खाते में ही रही है. हरबंस कपूर के निधन के बाद भाजपा ने उनकी पत्नी सविता कपूर को प्रत्याशी बनाया था.
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सहसपुर विधानसभा सीटःदेहरादून की सहसपुर विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी सहदेव पुंडीर ने जीत दर्ज की है. सहदेव पुंडीर ने कांग्रेस प्रत्याशी आयेंद्र शर्मा को शिकस्त दी है. सहदेव पुंडीर सहसपुर सीट से सीटिंग विधायक हैं. 2017 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में सहसपुर से भाजपा के सहदेव सिंह पुंडीर 44,055 वोट प्राप्त करके विधायक बने थे. कांग्रेस के किशोर उपाध्याय निकटतम प्रतिद्वंद्वी थे. उन्हें 25,192 वोट मिले थे. दोनों प्रत्याशियों की हार का अंतर 18,863 वोट था.
टिहरी विधानसभा सीटःटिहरी जिले की टिहरी विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी किशोर उपाध्याय ने जीत हासिल कर ली है. किशोर उपाध्याय ने कांग्रेस प्रत्याशी धन सिंह नेगी को चुनावी मैदान में पटखनी दी है. इसके साथ ही टिहरी सीट पर उजपा से दिनेश धनै भी लड़ रहे थे. किशोर उपाध्याय ने मतदान से कुछ घंटे पहले ही भाजपा ज्वाइन की थी. वहीं, धन सिंह नेगी ने भाजपा से टिकट न मिलने पर कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी. धन सिंह नेगी टिहरी सीट से सीटिंग विधायक हैं.
राजपुर विधानसभा सीटःदेहरादून की राजपुर विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी खजान दास ने जीत दर्ज की है. उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी राजकुमार को शिकस्त दी है. 2017 के विधानसभा चुनाव में राजपुर रोड से भाजपा के खजान दास 36,601 वोट प्राप्त करके विधायक बने थे. कांग्रेस के राजकुमार 27,969 वोट लेकर दूसरे नंबर पर थे. खजान दास भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं.
रामनगर विधानसभा सीटःरामनगर विधानसभा सीट से बीजेपी के दीवान सिंह बिष्ट ने जीत दर्ज की है. दीवान सिंह बिष्ट ने कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र पाल सिंह को हराया है. 2012 से दीवान सिंह बिष्ट लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं. 2022 के चुनाव जीत के साथ ही उनकी जीत की हैट्रिक हो चुकी है. 2017 में, दीवान सिंह बिष्ट ने 8,611 वोटों के अंतर से रामनगर विधान सभा क्षेत्र से जीत दर्ज की थी.
गंगोलीहाट विधानसभा सीटःपिथौरागढ़ जिले की गंगोलीहाट विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी फकीर राम टम्टा ने जीत दर्ज की है. यहां कांग्रेस के खजान चंद्र गुड्डू कांग्रेस से प्रत्याशी थे. इसके साथ ही आप ने बबीता चंद्रा को चुनावी मैदान में उतारा था. गंगोलीहाट सीट 2017 में में भी बीजेपी के पास थी. तब गंगोलीहाट सीट से मीना गंगोली भाजपा विधायक बनी थी. लेकिन 2022 के चुनाव में उनका टिकट काटकर फकीर राम टम्टा को टिकट दिया गया.
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कालाढूंगी विधानसभा सीटःनैनीताल की कालाढूंगी विधानसभा सीट से कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत ने जीत दर्ज की है. उन्होंने कांग्रेस के महेश चंद्र को शिकस्त दी है. बंशीधर भगत इस सीट से सीटिंग विधायक हैं. कालाढूंगी विधानसभा सीट 2012 में अस्तित्व में आई. इस सीट पर दो बार अब तक विधानसभा चुनाव हो चुके हैं. दोनों बार बंशीधर भगत ने चुनाव जीता है. 2012 के विधानसभा चुनाव में बंशीधर भगत विधायक बने. 2017 के विधानसभा चुनाव में बंशीधर भगत विधानसभा पहुंचे.
खटीमा विधानसभा सीटःउधमसिंह नगर जिले की खटीमा विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी भुवन कापड़ी ने जीत दर्ज की है. भुवन कापड़ी कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हैं. उन्होंने भाजपा प्रत्याशी और सीएम पुष्कर सिंह धामी को हराया है. कापड़ी ने धामी को 6,951 वोटों से हराया है. पुष्कर सिंह धामी 2017 के चुनाव में विधायक चुने गए थे. इसके साथ ही मुख्यमंत्री रहते हुए चुनाव हारने का मिथक कायम है.
सल्ट विधानसभा सीटःअल्मोड़ा की सल्ट विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी महेश जीना ने जीत दर्ज की है. सल्ट से उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी रणजीत रावत को हराया है. रणजीत रावत कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हैं. वहीं महेश जीना सल्ट सीट से सीटिंग विधायक हैं. सल्ट सीट से पूर्व विधायक स्व. सुरेंद्र सिंह जीना के निधन के बाद उपचुनाव में उनके भाई महेश जीना ने जीत दर्ज की थी.
विकासनगर विधानसभा सीटः देहरादून की विकासनगर विधानसभा सीट से भाजपा के सीटिंग विधायक और प्रत्याशी मुन्ना सिंह चौहान ने एक बार फिर जीत हासिल की है. 2017 के चुनाव में भी मुन्ना सिंह चौहान ने जीत दर्ज की थी. इस सीट पर उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी नवप्रभात को दूसरी बार हराया है. 2017 के चुनाव में भी मुन्ना सिंह चौहान ने नवप्रभात को पटखनी दी थी.
लालकुआं विधानसभा सीटः नैनीताल की लालकुआं विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी मोहन सिंह बिष्ट ने कांग्रेस प्रत्याशी व पूर्व सीएम हरीश रावत को 14,000 वोटों से करारी शिकस्त दी है. मोहन सिंह बिष्ट नैनीताल के जिला पंचायत सदस्य रह चुके हैं. लालकुआं सीट 2017 के चुनाव में भी भाजपा के दामन में थी. सीट से भाजपा के नवीन दुम्का विधायक चुने गए थे. 2022 के चुनाव में दुम्का का टिकट काटकर मोहन सिंह बिष्ट को टिकट दिया था.
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नैनीताल विधानसभा सीटःनैनीताल जिले की नैनीताल विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी सरिता आर्य ने जीत दर्ज की है. सरिता आर्य ने कांग्रेस प्रत्याशी संजीव आर्य को शिकस्त दी है. संजीव आर्य नैनीताल सीट से सीटिंग विधायक हैं. हालांकि 2017 का चुनाव उन्होंने भाजपा के निशान पर लड़ा था और जीते भी थे. लेकिन चुनाव से पहले ही उन्होंने और उनके पिता यशपाल आर्य ने कांग्रेस ज्वॉइन कर ली थी. वहीं, भाजपा प्रत्याशी सरिता आर्य कांग्रेस की पूर्व प्रदेश महिला मोर्चा अध्यक्ष रही हैं. लेकिन चुनाव से चंद घंटों पहले ही उन्होंने टिकट कटने पर भाजपा का दामन थाम लिया था.
नरेंद्र नगर विधानसभा सीटःटिहरी की नरेंद्र नगर विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी व कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने जीत दर्ज की है. उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी ओम गोपाल रावत को चुनावी मैदान में मात दी है. सुबोध उनियाल लगातार दूसरी बार नरेंद्र नगर सीट से जीते हैं. वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी ओम गोपाल रावत 2012 में इसी सीट से भाजपा के विधायक रहे हैं. हालांकि, 2017 में टिकट नहीं मिलने के बाद 2022 के चुनाव में उन्होंने भाजपा से टिकट की मांग की थी. लेकिन टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने कांग्रेस का दामन थामकर प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा.
हल्द्वानी विधानसभा सीटःनैनीताल जिले की हल्द्वानी विधानसभा सीट से कांग्रेस के सुमित हृदयेश ने जीत दर्ज कर ली है. सुमित हृदयेश ने भाजपा के जोगेंद्र रौतेला को हराया है. सुमित हृदयेश कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष रहीं स्व. इंदिरा हृदयेश के बेटे हैं. हल्द्वानी सीट हृदयेश परिवार की परंपरागत सीट रही है.
सितारगंज विधानसभा सीटःउधमसिंह नगर जिले की सितारगंज सीट से भाजपा प्रत्याशी सौरभ बहुगुणा ने जीत दर्ज की है. सौरभ बहुगुणा ने कांग्रेस प्रत्याशी नवतेज पाल सिंह को हराया है. इसके साथ ही सीट से आप के अजय जयसवाल भी चुनावी मैदान में थे. सौरभ बहुगुणा पूर्व सीएम विजय बहुगुणा के बेटे हैं. सौरभ 2017 के चुनाव में भी भाजपा प्रत्याशी के रूप में जीतकर विधायक के तौर पर विधानसभा पहुंचे थे.
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खानपुर विधानसभा सीटःहरिद्वार की खानपुर विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी उमेश कुमार ने जीत हासिल की है. खानपुर ने भाजपा प्रत्याशी कुंवरणी देवयानी सिंह थीं. कुंवरणी 2017 में भाजपा विधायक रहे कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन की पत्नी हैं. चैंपियन इस सीट से लगातार दो बार विधायक चुनकर विधानसभा पहुंचे थे. वहीं, कांग्रेस के सुभाष सिंह चौधरी प्रत्याशी थे.
लक्सर विधानसभा सीटःहरिद्वार की लक्सर विधानसभा सीट से बीएसपी प्रत्याशी शहजाद ने जीत हासिल की है. शहजाद ने भाजपा प्रत्याशी संजय गुप्ता को 9017 वोटों से हराया है. संजय गुप्ता सीट से सीटिंग विधायक हैं. 2017 के चुनाव में जीत दर्ज कर संजय गुप्ता विधानसभा पहुंचे थे.
मंगलौर विधानसभा सीटःहरिद्वार जिले की मंगलौर विधानसभा सीट पर भी बीएसपी ने कब्जा किया है. यहां सरवत करीम अंसारी ने जीत दर्ज की है. सरवत करीम अंसारी ने कांग्रेस के काजी निजामुद्दीन को हराया है. काजी निजामुद्दीन 2017 के चुनाव में विधायक चुने गए थे.
रुड़की विधानसभा सीटःहरिद्वार की रुड़की विधानसभा सीट से भाजपा ने फिर से कब्जा किया है. भाजपा प्रत्याशी प्रदीप बत्रा ने सीट से जीत दर्ज की है. प्रदीप बत्रा सीट से सीटिंग विधायक हैं. उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी यशपाल राणा को हराया है.