देहरादूनःउत्तराखंड में अतिक्रमण हटाए जाने को लेकर चलाया गया अभियान इन दिनों काफी धीमा पड़ा है. खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को अभियान तेज करने के निर्देश देने पड़े हैं. हालांकि, फॉरेस्ट क्षेत्र में मॉनसून के दौरान वृक्षारोपण का अभियान चलने के कारण कार्रवाई को रोका गया है. लेकिन अब मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद अलग-अलग रेंज में अतिक्रमण विरोधी अभियान तेज करने की शुरुआत की जा रही है.
उत्तराखंड में फिर तेज होगा अतिक्रमण के खिलाफ अभियान, अब इन क्षेत्रों में होगी ध्वस्तीकरण की कार्रवाई - उत्तराखंड अतिक्रमण
Uttarakhand encroachment demolition मॉनसून के कारण उत्तराखंड में धीमा पड़ा अतिक्रमण के ध्वस्तीकरण का अभियान फिर तेजी शुरू होने जा रहा है. सीएम धामी के निर्देश के बाद ध्वस्तीकरण अभियान का नेतृत्व कर रहे अधिकारी ने बताया कि उन्होंने ध्वस्तीकरण के क्षेत्र को चिन्हित कर लिया है.
प्रदेश के वन क्षेत्र में हुए अतिक्रमण को हटाने के लिए राज्य में अभियान जारी है. अब तक सैकड़ों हेक्टेयर जमीन को अतिक्रमण से छुड़वाया जा चुका है. लेकिन मॉनसून आने के बाद इस अभियान में कुछ कमी आई है. शायद इसीलिए मौजूदा स्थिति के लिहाज से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अभियान में आई कमी को लेकर अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए. हालांकि, इसके बाद अब अतिक्रमण के खिलाफ अभियान का नेतृत्व कर रहे पराग मधुकर धकाते ने फिर अभियान में तेजी लाने के संकेत दे दिए हैं. हालांकि, मॉनसून सीजन के कारण अभियान को धीमा किया गया था और इस दौरान वन विभाग में वृक्षारोपण का अभियान संचालित होने के कारण भी कार्रवाई में कमी लाई गई थी.
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उत्तराखंड वन विभाग अब प्रदेश भर में अलग-अलग रेंज के लिहाज से कार्रवाई करने जा रहा है. इसके लिए पहले चरण में वेस्टर्न सर्कल, शिवालिक सर्कल और राजाजी पार्क सर्कल में अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए पीसीसीएफ हॉफ की तरफ से समीक्षा बैठक भी की जानी है, जिसके बाद चरणबद्ध तरीके से इन क्षेत्रों में अतिक्रमण हटाए जाएंगे. अतिक्रमण हटाओ अभियान का नेतृत्व कर रहे डॉ. पराग मधुकर धकाते ने बताया कि पीसीसीएफ हॉफ अनूप मलिक की तरफ से इसके लिए समीक्षा बैठक आहूत की गई है. इस बैठक में अतिक्रमण को चरणबद्ध तरीके से हटाए जाने के साथ ही इसमें आगामी रणनीति पर भी विचार किया जाएगा. ताकि वृक्षारोपण के अभियान पर भी इसका कोई असर न पड़े और चिन्हित अतिक्रमण को भी आसानी से हटाया जा सके.