देहरादूनःउत्तराखंड के वन क्षेत्रों में इस साल समय से पहले प्री मॉनसून की तर्ज पर पर्याप्त बारिश होने के कारण फायर सीजन पिछले सालों के मुकाबले राहत भरा गुजर गया है. ऐसे में अब होने वाली बारिश को देखते हुए वन विभाग जंगलों में जल संरक्षण योजना पर प्रभावी रूप से कार्य करने की रूपरेखा तैयार कर रहा है.
इसके लिए कैंपा (प्रतिकारात्मक वन रोपण निधि प्रबंधन एवं योजना प्राधिकरण) के तहत जंगल की जमीनों को जल संरक्षण के तहत सुरक्षित करने के दृष्टिगत 77 करोड़ 67 लाख की धनराशि वन विभाग जल संरक्षण संबंधित योजनाओं पर खर्च करेगा. क्षेत्रों में जल संरक्षण को बढ़ावा देने के दृष्टिगत वन विभाग द्वारा तैयारियां की जा रही हैं. इतना ही नहीं, मॉनसून सीजन में प्रदेश के जंगलों में जल संरक्षण योजना को बढ़ावा देने के कार्यों में लगभग 10 हजार लोगों को रोजगार भी मिल सकता है.
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जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड के अधिकांश भूभाग वन क्षेत्र के हैं. ऐसे में हर साल फरवरी मध्य से ही फायर सीजन शुरू हो जाता है. पहाड़ों से लेकर मैदानी जंगलों में धधकने वाली आग लाखों-करोड़ों की वन संपदा को हर साल निगल जाती है. ऐसे में अब इस साल मॉनसून सीजन में कैंपा योजना के तहत जंगलों में अधिक से अधिक नमी कायम रखने के लिए जल संरक्षण योजना को बढ़ावा देना आवश्यक हो गया है.