ऋषिकेश: कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने मंगलवार दोपहर को नेशनल हाईवे पर सरेआम उन पर हमले को नीचता की पराकाष्ठा बताया है. उन्होंने हमले के महज कुछ देर बाद ही कांग्रेसियों के कोतवाली में जुटने पर भी सवाल खड़े किए हैं. ईंट और पत्थर से हमला करने वाले शख्स के बचाव में कांग्रेस की हमदर्दी भी कई सवालों को जन्म दे रही है.
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने घटना को बताया नीचता की पराकाष्ठा, कांग्रेस पर बोला हमला - Statement of Premchand Aggarwal in assault case
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का युवक के साथ हाथापाई का वीडियो वायरल होने के बाद प्रदेश में सियासत गर्मा गई है. मामले में प्रेमचंद अग्रवाल ने अपनी प्रतिक्रिया दी और घटना को नीचता की पराकाष्ठा बताया है. साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर भी हमला बोला है.
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि वह रोजाना की तरह क्षेत्र में प्रस्तावित कार्यक्रमों शामिल होने पहुंचे थे. श्रीभरत मंदिर इंटर कॉलेज में एक आयोजन से होकर वह परमार्थ निकेतन आश्रम पहुंच रहे थे. इसी बीच नेशनल हाईवे पर कोयलघाटी के पास जाम में उनका काफिला रूका. दावा है कि बाइक सवार युवक व एक अन्य शख्स बगल में थे. इस दौरान उन्होंने कई तरह के आरोप लगाते हुए गाली-गलौज शुरू कर दी. सुरक्षाकर्मियों ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन बाइक सवार उसके साथी ने बदसलूकी शुरू कर दी. सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें हटाने का प्रयास किया.
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इसी बीच युवक आपा खोते हुए ईंट-पत्थर उठाने का प्रयास किया, तो सुरक्षाकर्मियों ने उसे घेर लिया. जिसके बाद विवाद बढ़ गया. मंत्री अग्रवाल ने बताया कि इस घटनाक्रम के महज कुछ देर बाद ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं के कोतवाली में पहुंचने से काफी कुछ समझ में आता है. यह राजनीति और नीचता की पराकाष्ठा के सिवा कुछ नहीं है. विवाद करने वाले युवक के व्यक्तिगत जीवन की हकीकत जगजाहिर है. उसके परिजनों ने भी काफी कुछ कहा है. महज यह घटना नहीं, बल्कि उसके अभीतक के पूरे इतिहास को भी जानने की जरूरत है.