देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा भर्ती मामले में बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व सख्त हो गया है. राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और वर्तमान कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को दिल्ली तलब किया है.
उत्तराखंड विधानसभा (Uttarakhand Legislative Assembly) में मनचाही नियुक्तियों को लेकर सियासत गर्म है. इस मामले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी घेरे में आ गया है. नियुक्तियों को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) के पदाधिकारी भी पीछे नहीं रहे. भाजपा सरकारों में आरएसएस की पैठ किस स्तर पर होती है, इसका नमूना उत्तराखंड विधानसभा में मिली नियुक्तियों के रूप में देखा जा सकता है. एक या दो नहीं बल्कि ऐसे कई नाम हैं जो संघ से जुड़े हैं और उन्हें बिना प्रतियोगी परीक्षा के विधानसभा में नौकरी दे दी गई.
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