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चारधाम में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने की कयावद, केंद्र सरकार से मांगे 500 करोड़ रुपए

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं को मुहैया कराने के लिए केंद्र सरकार से 500 करोड़ की दरकार है. इससे संबंधित डीपीआर को तैयार कर लिया गया है. ताकि चारधाम और यात्रा रूटों पर स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत किया जा सके. बीते साल यानी 2022 की यात्रा के दौरान कई लोगों की मौत हो गई थी. जिससे सरकार की किरकिरी हुई थी. यही वजह है कि सरकार अभी से स्वास्थ्य सुविधाएं मजबूत करने में जुटी है. बकायदा इसके लिए केंद्र सरकार से 500 करोड़ रुपए की मांग की गई है.

Dhan Singh Rawat
धन सिंह रावत

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Published : Mar 21, 2023, 7:49 PM IST

देहरादूनःउत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2023 आगामी 22 मई को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ यात्रा शुरू हो जाएगी. ऐसे में चारधाम और यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से 500 करोड़ रुपए की धनराशि स्वीकृत करने की मांग की है. जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत के सम्मुख विस्तृत प्रस्तुतीकरण देकर डीपीआर को अंतिम रूप दे दिया है.

राज्य सरकार नई योजनाओं के तहत चारधाम के तहत आने वाली पांच चिकित्सा इकाइयों के उच्चीकरण पर जोर दे रही है. इसके साथ ही श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में कैथ लैब समेत कार्डियक यूनिट, ट्रॉमा सेंटर और मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर स्थापित किया जाना है. इसके साथ ही चारधाम यात्रा पर तैनात डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य कार्मिकों को प्रोत्साहन भत्ता देने की भी योजना है. इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की.

बैठक में विभागीय अधिकारियों ने चारों धामों समेत यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर और इसके विस्तारीकरण को लेकर अपनी योजनाओं को बताया. जिस पर स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि हर साल चारधाम यात्रा पर देश ही नहीं बल्कि, विदेशों से भी लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं, लेकिन इन स्थानों पर सीमित संसाधनों के चलते श्रद्धालुओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराना संभव नहीं हो पाता है.
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केद्र सरकार से मांगी गई 500 करोड़ रुपएःबीते दिनों केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया की अध्यक्षता में नई दिल्ली में बैठक हुई थी. जिसमें चारधाम यात्रा में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तारीकरण के लिए पृथक पैकेज की मांग रखी गई थी. जिसके लिए विस्तृत कार्य योजना तैयार कर केंद्र सरकार को भेजी जानी है. डीपीआर का काम करीब अंतिम चरण पर चल रहा है. इस डीपीआर में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर किए जाने के लिए करीब 500 करोड़ रुपए की मांग की जा रही है.

500 करोड़ रुपए से होंगे ये कामःस्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने बताया कि केंद्र सरकार से जो 500 करोड़ रुपए की मांग की जानी है. उसके तहत जोशीमठ, गुप्तकाशी, भटवाड़ी, पुरोला और बड़कोट चिकित्सा इकाईयों के उच्चीकरण के लिए 150 करोड़, श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में कैथ लैब समेत कार्डिक यूनिट, ट्रॉमा सेंटर और मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर की स्थापना के लिए 27 करोड़ रुपए से सुविधाएं मुहैया कराई जानी है.

वहीं, विभिन्न स्थानों पर ट्रांजिट हॉस्टल और स्वास्थ्य कुटीर की स्थापना के लिए 37 करोड़, मानव संसाधन के वेतन भत्तों एवं प्रोत्साहन राशि के लिए 270 करोड़, कार्डियक मोबइल वैन/एंबुलेंस के लिए 1.5 करोड़, जनजागरूकता और चिकित्सकों व कार्मिकों के विशेष प्रशिक्षण के लिए 2 करोड़ के साथ ही विभिन्न मेडिकल उपकरणों के लिए 6.5 करोड़ शामिल है.
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मेडिकल कॉलेज के पीजी छात्रों को चारधाम यात्रा में तैनात करने की मांगःइतना ही नहीं मंत्री रावत ने कहा कि चारधाम यात्रा के दौरान डॉक्टरों की कमी होने पर देश के अन्य राज्यों से भी मेडिकल कॉलेज के पीजी छात्रों को चारधाम यात्रा में तैनात किए जाने को लेकर केंद्र सरकार से मांग की जाएगी. ताकि देशभर से उत्तराखंड आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जा सके.

चारधाम यात्रा में गई थी कई लोगों की जानःबता दें कि साल 2022 में चारधाम यात्रा के दौरान भारी संख्या में श्रद्धालुओं की हृदय गति रुकने से मौत हो गई थी. जिसके चलते अब राज्य सरकार इस बार स्वास्थ्य सुविधाओं को इस बाबत बेहतर करना चाहती है कि आगामी चारधाम यात्रा के दौरान एक भी श्रद्धालु की स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में मौत न हो.

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