देहरादून: उत्तराखंड में ट्रैफिक निदेशालय को स्थापित करने का मकसद ऐसे शहरों में यातायात व्यवस्था को और बेहतर करना था, जहां अक्सर ट्रैफिक की समस्याएं लोगों को परेशान करती है. इस मामले में ट्रैफिक निदेशालय के गठन के दौरान काम तो हुए, लेकिन इसके बाद निदेशालय स्तर पर कुछ खास पहल दिखाई नहीं दी. लिहाजा लंबे समय बाद अब जाकर ट्रैफिक निदेशालय एक्टिव मोड में दिखाई देने लगा है. बड़ी बात यह है कि पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार के निर्देश के बाद यातायात निदेशालय के स्तर पर देहरादून शहर के ऐसे चौराहों को चिन्हित किया जा रहा है, जो यातायात के लिहाज से बेहद दबाव में हैं.
बॉटल नेक पॉइंट्स को किया जा रहा चिन्हित:देहरादून शहर में बॉटल नेक पॉइंट्स को चिन्हित किया जा रहा है. इसके लिए Google/Mapl टीम की मदद से ऐसे चौराहे का आकलन किया जा रहा है, जिन पर यातायात का दबाव बेहद ज्यादा है. खास बात यह है कि देहरादून में कुल 15 बॉटल नेक पॉइंट चिन्हित किए गए. जिसमें दिलाराम से ग्रेट वैल्यू, रिस्पना से नेहरू कॉलोनी तिराहा, जाखन, धर्मपुर चौक से हिमपैलेस, दून अस्पताल चौराहा, किशन नगर चौक, रायपुर रोड एवं सर्वे चौक, प्रिंस चौक से होटल रिची रिच, मसूरी, एमकेपी चौक, गांधी रोड रेलवे स्टेशन, कमला पैलेस, डालन वाला स्कूल क्षेत्र और घंटाघर क्षेत्र शामिल है.