उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

माणा गांव में हो सकती है धामी कैबिनेट की बैठक, मुख्यमंत्री खुद लगाएंगे चौपाल

उत्तराखंड में सीमांत गांव (border village of Uttarakhand) अब देश का आखिरी नहीं, बल्कि पहला गांव कहलाएगा (first village of country). मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने इसको लेकर बड़ा फैसला लिया है. इसके साथ गांवों के विकास का भी खाका तैयार किया जा रहा है. साथ ही गांव में कैबिनेट बैठक आयोजित करने पर भी विचार किया जा रहा है.

Etv Bharat
Etv Bharat

By

Published : Nov 17, 2022, 5:20 PM IST

Updated : Nov 17, 2022, 6:04 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड की धामी सरकार (Dhami Government of Uttarakhand) ने बड़ा फैसला लिया है. उत्तराखंड में चीन सीमा पर स्थित गांव (border village of Uttarakhand) अब देश का आखिर नहीं, बल्कि पहला गांव कहलाएगा (first village of country). इसके साथ ही गांवों के सुनियोजित विकास के लिए सरकार ने ''मुख्यमंत्री प्रथम ग्राम समेकित विकास योजना'' शुरू की जायेगी. इसके अलावा गांव में कैबिनेट बैठक का आयोजन भी किया जाएगा.

दरअसल, बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड के दौरा पर आए थे. इस दौरान चीन सीमा पर स्थित माणा गांव का भी दौरा किया और वहां एक कार्यक्रम में हिस्सा भी लिया था. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि सीमाओं पर स्थित गांवों को अंतिम गांव की बजाय प्रथम गांव कहा था, ये गांव देश के प्रथम गांव के साथ प्रहरी भी हैं. हमारी पहली प्राथमिकता में इन गांवों का सुनियोजित विकास होना चाहिए. जिसे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गंभीरता से लिया और ''मुख्यमंत्री प्रथम ग्राम समेकित विकास योजना'' शुरू करने पर विचार किया.

माणा गांव में हो सकती है धामी कैबिनेट की बैठक
पढ़ें- उत्तराखंड में क्यों पड़ी सख्त धर्मांतरण कानून की जरूरत? जानिए इस पर क्या बोली कांग्रेस

सरकार से मिली जानकारी के मुताबिक गांवों में स्वच्छता के लिए ‘मुख्यमंत्री पर्यावरण मित्र’ योजना शुरू की जायेगी, जिसमें प्रत्येक गांव में एक पर्यावरण मित्र (स्वच्छक) की तैनाती की जायेगी. ग्राम पंचायतों के सुनियोजित विकास के लिए ‘मुख्यमंत्री चौपाल’ शुरू की जायेगी. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद किसी गांव में जाकर चौपाल में प्रतिभाग करेंगे. "मुख्य सेवक चौपाल" में मुख्यमंत्री रात्रि विश्राम भी करेंगे.

सचिवालय में पंचायती राज विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे गांवों में धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक आधार पर कुछ दिवस वहां के लिए विशेष महत्व के होते हैं. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि गांवों में इन विशेष दिवसों को चिन्हित कर उत्साह के साथ कार्यक्रम आयोजित किये जाएं. ग्राम सभा का स्थापना दिवस उत्सव के रूप में मनाया जाएगा. इनमें उन गांवों के बाहर रहने वाले प्रवासी लोगों को प्रतिभाग करने के लिए विशेष रूप से प्रेरित किया जाए. उच्चाधिकारी भी इनमें प्रतिभाग करें.
पढ़ें-वाडिया इंस्टीट्यूट में बोले सीएम धामी, इकोनॉमी और इकोलॉजी में संतुलन बना रही सरकार

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ग्राम पंचायतों का सुनियोजित विकास हो इसके लिए चौपाल लगाई जाएगी. चौपाल में जनप्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जाए एवं अधिकारी भी चौपालों में प्रतिभाग करें. इसके लिए ग्राम सभावार रोस्टर भी बनाया जाए. स्थानीय ग्रामीणों द्वारा इन चौपालों दिये जाने वाले सुझावों को शीर्ष प्राथमिकता देते हुए गांवों के विकास की कार्ययोजना तैयार की जाए.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि असली भारत गांवों में बसता है. राज्य के समग्र विकास के लिए गांवों के विकास पर विशेष ध्यान दिया जाए. गांवों के विकास के लिए किसी गांव में एक कैबिनेट बैठक भी आयोजित की जाए, जिसमें गांवों के विकास से संबंधित प्रस्ताव हों.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिये कि 2025 में उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती मनायेगा. तब तक गांवों को आदर्श ग्राम बनाने की दिशा में क्या प्रभावी प्रयास किये जा सकते हैं, इस पर विशेष ध्यान दिया जाए. इसके लिए हर गांवों के लिए मास्टर प्लान बनाया जाए. अल्पकालिक एवं दीर्घकालिक लक्ष्य निर्धारित किये जाएं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं का आमजन तक विभिन्न माध्यमों से व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाए. सरकार की नई योजनाओं की आमजन को जानकारी हो इसके लिए गांवों में योजनाओं की जानकारी के लिए बोर्ड लगाये जायें. सभी विभाग अपने स्तर से भी सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाएं. मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास से संबंधित अन्य राज्यों की बेस्ट प्रैक्टिसेस को अपनाया जा सकता है.

Last Updated : Nov 17, 2022, 6:04 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details