देहरादून: स्वीप कार्यक्रम के तहत मतदाताओं को जागरूक करने के लिए शनिवार और रविवार को सभी बीएलओ की सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक पोलिंग बूथों पर डयूटी लगाई गई थी. शनिवार को डीएम के निरीक्षण के दौरान चार बूथों पर आगनबाड़ी वर्कर्स और बीएलओ अनुपस्थित पाए गए. डीएम ने चारों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनका नवंबर महीने का मानदेय रोकने के निर्देश दिया है.
जिला कार्यक्रम अधिकारी और स्वीप के जिला नोडल अधिकारी डॉ अखिलेश मिश्रा ने बताया कि निर्वाचन जैसे महत्वपूर्ण कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. साथ ही विकासनगर के एसडीएम ने रविवार को बूथों का निरीक्षण किया. इस दौरान 8 बीएलओ बूथों पर समय पर नहीं मिले तो उनको कारण बताओ नोटिस दिया गया. बीएलओ को नोटिस देकर इसका कारण पूछा गया है. इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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जिलाधिकारी-जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से किये गये औचक निरीक्षण के दौरान आंगनबाड़ी वर्कर्स नीता मठवाल (आंगनवाडी केन्द्र हर्रावाला), संगीता राणा (आंगनवाडी केन्द्र नालापानी), लक्ष्मी देवी (विकासनगर) और रेखा रावत (आंगनवाडी केन्द्र आमवाला तरला गांव) जिनकी ड्यूटी बीएलओ के रूप में है, बूथ पर अनुपस्थित पाई गई. इनके क्षेत्र के 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों के नाम मतदाता सूची में दर्ज करवाने की पूरी जिम्मेदारी है, लेकिन सम्बन्धित बीएलओ-आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों द्वारा आदेशों की अवहेलना की गई है. इस प्रकार की लापरवाही करने पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ती-बीएलओ नीता मठवाल, संगीता राणा, लक्ष्मी देवी और रेखा रावत का नवम्बर महीने का मानदेय आहरित न करने के निर्देश जारी किये जाते है.
डीपीओ अखिलेश मिश्र ने कहा कि भविष्य में किसी भी बीएलओ के बूथ से अनुपस्थित रहने की दशा में तत्काल प्रभाव से उनकी मानदेय सेवा समाप्त करने के निर्देश जारी कर दिये जायेगे और सम्बन्धित सेक्टर सुपरवाइजर के साथ सीडीपीओ के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.