देहरादून: पिछले कुछ दिनों से प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी (ruling party BJP) और विपक्षी पार्टी कांग्रेस (opposition party congress) में घमासान देखने को मिल रहा था. बीजेपी में नेतृत्व परिवर्तन (leadership change) को लेकर उठे घमासान को पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dahmi) को सीएम बनाकर शांत कर दिया. वहीं, कांग्रेस अब भी नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव को लेकर पशोपेश में है. ऐसे में चुनावी तैयारी में बीजेपी कांग्रेस से आगे निकलती दिख रही है.
पिछले 4 साल में 2 मुख्यमंत्री बदलने और तीसरे सीएम बनाने को लेकर सत्ता पक्ष विपक्ष के निशाने पर है. कांग्रेस, आप और अन्य दल बीजेपी द्वारा नेतृत्व परिवर्तन को लेकर लगातार हमलावर हैं. वहीं, पुष्कर सिंह धामी के सीएम बनाए जाने पर बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं में भी नाराजगी की खबरें आ रही थी, जिसे बीजेपी के हाईकमान ने शांत कर दिया.
वहीं, कांग्रेस नेतृत्व परिवर्तन को लेकर भले ही बीजेपी पर हमलावर हो, लेकिन यह भी सत्य है कि कांग्रेस पार्टी में गुटबाजी (factionalism in Congress party) और नेताओं के बीच सिर फुटव्वल किसी से छिपी नहीं है. इसी का नतीजा है कि कांग्रेस अभी तक प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष का चयन नहीं कर पाई है. ऐसे में कांग्रेस प्रदेश संगठन (Congress State Organization) के भीतर स्थितियां कब तक सामान्य होंगी, ये एक बड़ा सवाल है.
इंदिरा हृदयेश के निधन (Indira Hridayesh passes away) के बाद कांग्रेस पार्टी के भीतर नेता प्रतिपक्ष के चयन को लेकर घमासान जारी है. इसी बीच अटकलें यह भी लगाई जा रही हैं कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह (Congress state president Pritam Singh) को अध्यक्ष पद से हटाया जा सकता है.