देहरादूनःबीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने देहरादून में पार्टी के प्रदेश कार्यालय के नए भवन का वर्चुअल शिलान्यास किया. नवरात्रि के पहले दिन ही देहरादून रिंग रोड स्थित नए प्रदेश कार्यालय की नींव डाल दी गई. बीजेपी ने आगामी विधानसभा 2022 का चुनाव इसी कार्यालय से लड़ने का लक्ष्य भी रखा है.
बता दें कि देहरादून रिंग रोड स्थित 3 एकड़ भूमि पर डेढ़ लाख स्क्वायर फीट में दो अलग-अलग ब्लॉक में तीन मंजिला कार्यालय बनाया जाएगा. बीजेपी का यह प्रदेश कार्यालय पहाड़ी शैली में तैयार किया जाएगा. जिसे 2022 के चुनाव से पहले तैयार करने जाने का भी लक्ष्य रखा गया है. शिलान्यास मौके पर बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि पार्टी का प्रांतीय कार्यालय भविष्य के लिहाज से अति उपयोगी है और इसे 50 साल आगे के हिसाब से बनाया जाएगा. देशभर में पार्टीजनों के सहयोग से पार्टी कार्यालय बनाए जा रहे हैं.
जेपी नड्डा ने बीजेपी के नए प्रदेश कार्यालय का किया वर्चुअल शिलान्यास. ये भी पढ़ेंःजिलाधिकारी करेंगे स्कूलों की निगरानी, तैयारियों में जुटा शिक्षा विभाग
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने भी कहा कि प्रदेश कार्यालय का निर्माण उत्तराखंड की बेमिसाल इमारतों में से एक होगा. जिसे उत्तराखंड की अपनी शैली में बनाया बनाकर तैयार किया जाएगा. सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि प्रदेश कार्यालय का महत्व बीजेपी में बेहद महत्वपूर्ण है. कार्यकर्ता, कार्यक्रम और कार्यालय बीजेपी के मूल सिद्धांतों में से एक है. वहीं, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत का कहना है कि कि प्रदेश कार्यालय कार्यकर्ताओं के सहयोग से बनाया जाएगा. जिससे हर किसी के प्रति इस कार्यालय की जिम्मेदारी सुनिश्चित की जा सके.
नए प्रदेश कार्यालय का वर्चुअल शिलान्यास. तकनीकी खामीः स्क्रीन को निहारते रहे, लेकिन नजर आया Error
बीजेपी प्रदेश कार्यालय के शिलान्यास के मौके पर जहां राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा वर्चुअल जुड़े हुए थे तो वहीं, अधूरी टेक्निकल तैयारियों के चलते कार्यक्रम में काफी व्यवधान रहा. इतना ही नहीं कनेक्टिविटी में आई तमाम दिक्कतों के चलते कार्यक्रम सुनियोजित तरीके से नहीं चल पाया. इस दौरान लोग स्क्रीन पर लगातार देर तक निहारते रहे, लेकिन स्क्रीन पर केवल एरर ही नजर आया.
इसके अलावा जब राष्ट्रीय अध्यक्ष की ओर से प्रदेश कार्यालय का शिलान्यास कर दिया गया तो प्रदेश कार्यालय पर आधारित एक वीडियो फिल्म चलनी थी. जिसके चलने का इंतजार भी मंच पर बैठे मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष समेत पंडाल में बैठे सैकड़ों लोग करते रहे, लेकिन वो भी नहीं चल पाई. ऐसे में सवाल उठना भी लाजिमी है कि जो बीजेीप डिजिटल टूल और वर्चुअल माध्यमों की सबसे ज्यादा वकालत करती है, उसके इतने बड़े कार्यक्रम में तैयारियां अधूरी क्यों थी?