रविंद्र जुगरान ने NSUI को बताया वानर सेना देहरादून: 13 फरवरी को एनएसयूआई के दो गुटों में मारपीट की घटना के बाद भाजपा को कांग्रेस पर निशाना साधने का मौका मिल गया है. भाजपा के नेता रविंद्र जुगरान ने एनएसयूआई को वानर सेना बता डाला. हालांकि कांग्रेस ने भी भाजपा नेता के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि यह भाजपा नेताओं की बौखलाहट का नतीजा ही है कि वो इस तरह की अनर्गल बयानबाजी पर उतर आए हैं.
जुगरान ने एनएसयूआई को वानर सेना बताया: रविन्द्र जुगरान ने एनएसयूआई की तुलना वानर सेना से की है. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि यह छात्र संगठन हमेशा वानरों की श्रेणी में आता रहा है. इसलिए यह वानर आपस में लड़ते रहते हैं. उन्होंने कहा कि यह बात वह इसलिए नहीं कह रहे हैं कि कांग्रेस विपक्षी दल की भूमिका में है, तो हमको कटाक्ष करना आवश्यक है. बल्कि वह यह बात इसलिए कह रहे हैं कि यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई की कार्यशैली संजय गांधी के समय से ही अनुशासनात्मक नहीं रही है.
कांग्रेस संगठनों में गुटबाजी का आरोप: जुगरान ने कहा कि उस समय हुड़दंगी और क्रिमिनल विचारधारा के लोग भी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की यूथ और छात्र विंग में एंट्री पा जाते थे. वही आज भी हो रहा है. उन्होंने कहा कि एनएसयूआई में भी कुछ अच्छे लोग जरूर हैं, लेकिन कांग्रेस पार्टी के सहयोगी संगठनों में पहले से ही गुटबाजी का माहौल बनता आ रहा है. उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. रविंद्र जुगरान का कहना है कि भाजपा भी चाहती है कि कांग्रेस पार्टी की यूथ और छात्र विंग अनुशासन और संस्कारों में रहते हुए युवाओं के हितों के लिए काम करे.
कांग्रेस ने बीजेपी पर किया पलटवार: वहीं कांग्रेस पार्टी ने भी भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा है कि भाजपा के नेता बौखलाए हुए हैं. बौखलाहट में इस तरह की अनर्गल बयानबाजी लगातार कर रहे हैं. कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट ने भाजपा सरकार पर बेरोजगारों की नौकरी बेचे जाने के आरोप लगाने के साथ ही प्रदेश में पेपर लीक के मामले सामने आने को लेकर कटाक्ष किया. शीशपाल ने कहा कि भाजपा नेता बोखला गए हैं और इस तरह के बयान दे रहे हैं.
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एनएसयूआई को वानर सेना कहने पर कांग्रेस ने बताया युवाओं का अपमान: शीशपाल सिंह बिष्ट ने कहा कि जिस छात्र संगठन ने देश को बड़े-बड़े मंत्री और राजनेता दिए हों, और जो छात्र संगठन देश का सबसे बड़ा संगठन रहा है, उस छात्र संगठन के लिए यदि कोई नेता इस तरह की अमर्यादित टिप्पणी करेगा तो यह देश के युवाओं और लाखों छात्रों का अपमान होगा.