उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

छावला गैंगरेप मर्डर: पीड़ित परिवार के साथ दिल्ली के उपराज्यपाल से मिले अनिल बलूनी

भारतीय जनता पार्टी के सांसद अनिल बलूनी ने 2012 के छावला सामूहिक बलात्कार पीड़िता के माता-पिता के साथ दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मुलाकात की. बलूनी ने उनसे मामले में पुनर्विचार याचिका (Reconsideration petition in Chhawla gangrape) दायर करने का अनुरोध किया. इस महीने की शुरुआत में, उच्चतम न्यायालय ने सामूहिक बलात्कार और हत्या के लिए मौत की सजा पाने वाले तीन लोगों को बरी कर दिया था. अदालत ने कहा था कि अभियोजन पक्ष आरोपियों के खिलाफ ठोस और स्पष्ट सबूत देने में विफल रहा है.

Chhawla gangrape victim
अनिल बलूनी समाचार

By

Published : Nov 19, 2022, 6:50 AM IST

Updated : Nov 19, 2022, 9:24 AM IST

दिल्ली/देहरादून:बीजेपी सांसद और पार्टी के मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी ने 2012 के छावला सामूहिक बलात्कार पीड़िता के माता-पिता के साथ (BJP leader Anil Baluni met Lieutenant Governor ) गुरुवार को दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मुलाकात की. अनिल बलूनी ने उनसे मामले में पुनर्विचार याचिका दायर करने का अनुरोध किया.

मौत की सजा पाए तीन आरोपी सुप्रीम कोर्ट से हो चुके हैं बरी: इस महीने की शुरुआत में, उच्चतम न्यायालय ने सामूहिक बलात्कार और हत्या के लिए मौत की सजा पाने वाले तीन लोगों को बरी कर दिया था. अदालत ने कहा था कि अभियोजन पक्ष आरोपियों के खिलाफ ठोस और स्पष्ट सबूत देने में विफल रहा है. तीन लोगों पर फरवरी 2012 में 19 वर्षीय एक युवती के अपहरण, बलात्कार और हत्या का आरोप लगाया गया था. तीन दिन बाद उसका क्षत-विक्षत शव मिला था. ये युवती उत्तराखंड के पौड़ी जिले की रहने वाली थी.

दिल्ली के उप राज्यपाल से मिले अनिल बलूनी: बीजेपी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी बलूनी ने एक बयान में कहा, ‘मैं 2012 के छावला सामूहिक बलात्कार (Chhawla gang rape) मामले की पीड़िता के माता-पिता के साथ दिल्ली के उपराज्यपाल से मिला और उनसे मामले में पुनर्विचार याचिका दायर करने का अनुरोध किया, क्योंकि दिल्ली सरकार मामले में पक्षकार है, ताकि आरोपियों को कड़ी सजा दी जा सके’. बलूनी उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद हैं और पीड़िता भी इसी राज्य की रहने वाली थी.
ये भी पढ़ें: छावला गैंगरेप पीड़िता के पिता से सीएम धामी ने की बात, हर संभव मदद का दिया आश्वासन

क्या है 2012 का छावला गैंगरेप मर्डर केस:बता दें कि उत्तराखंड की 'अनामिका' (केस के दौरान लिया गया नाम) दिल्ली में छावला के कुतुब विहार में रहती थी. 14 फरवरी 2012 को वह अपने काम से लौटकर घर आ रही थी. तभी रास्ते में राहुल, रवि और विनोद नाम के तीन आरोपियों ने लड़की को अगवा कर लिया था. उस दिन जब वह देर शाम तक घर नहीं लौटी तो परिजनों को चिंता हुई. अनामिका को खूब तलाशा गया, लेकिन कहीं पता नहीं चला. काफी खोजबीन के बाद पुलिस को अनामिका की लाश हरियाणा के रेवाड़ी में बहुत बुरी हालत में मिली थी. बाद में जांच में पता चला कि उसे काफी यातनाएं दी गई थीं.

तेजाब डाला, गर्म लोहे से दागा, टूल से मारा:जब इस मामले के धागे खुले और सच सामने आया तो लोगों के होश उड़ गए. पता चला कि दोषियों ने अनामिका के साथ गैंगरेप तो किया ही, साथ ही उसे असहनीय यातनाएं भी दी थीं. युवती को कार में इस्तेमाल होने वाले टूल्स से बेरहमी से मारा. उसके पूरे शरीर को सिगरेट से दागा. इतना ही नहीं दरिंदों ने उसके चेहरे और आंखों को तेजाब से जलाया था. इसके बाद सभी आरोपी गिरफ्तार हो गए थे.

सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट की फांसी की सजा पलटी:छावला गैंगरेप मर्डर केस में सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली की एक कोर्ट में केस चला. दिल्ली की अदालत ने 19 साल की लड़की से रेप और हत्या के दोषी ठहराए जाने के बाद तीनों को सजा-ए-मौत दी थी. इस फैसले को सही मनाते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने भी फांसी की सजा पर मुहर लगाई थी. लेकिन दोषियों ने सजा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी. सुप्रीम कोर्ट ने 7 नवंबर 2022 को हाईकोर्ट की फांसी की सजा को पलट दिया. तीनों आरोपियों को बरी कर दिया गया. सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि अभियोजन पक्ष आरोपियों के खिलाफ ठोस और स्पष्ट सबूत देने में विफल रहा है.
ये भी पढ़ें: छावला गैंगरेप मर्डर केस: सांसद निशंक बोले- SC के फैसले पर सरकार ले रही है विधिक राय

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद परिजनों ने क्या कहा था:सुप्रीम कोर्ट द्वारा सभी आरोपियों को आरोपों से मुक्त किए जाने पर पीड़ित परिजनों ने बेहद निराशा व्यक्त की थी. 7 नवंबर 2022 को देर शाम तक वह सुप्रीम कोर्ट के बाहर ही खड़े रहे. परिजनों का कहना था कि उन्हें न्याय के मंदिर से निराशा हाथ लगी है. पीड़िता की मां ने बताया कि वह सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ एक बार फिर पुनर्विचार याचिका दाखिल करेंगे.

उत्तराखंड के सीएम धामी ने दिखाई सक्रियता:मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 11 नवंबर को छावला गैंगरेप पीड़िता के पिता से बात की. इस दौरान उन्होंने पीड़िता के पिता से न्याय के लिए राज्य सरकार की ओर से हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया. सीएम धामी ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री किरेन रिजिजू से बात की है. साथ ही उनके वकील चारू खन्ना से भी बात की है. पूरा उत्तराखंड उनके साथ है. वहीं, सीएम धामी ने दिल्ली दौरे पर उनसे मुलाकात करने की बात कही.
ये भी पढ़ें: महिला कांग्रेस ने निकाला कैंडल मार्च, छावला गैंगरेप की पीड़िता को न्याय देने की मांग

Last Updated : Nov 19, 2022, 9:24 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details