देहरादून:उत्तराखंड में बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम हुआ है. बीजेपी ने कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को पार्टी से निष्कासित कर दिया है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने इसकी पुष्टि की है. इसके साथ ही हरक सिंह रावत को कैबिनेट से भी हटा दिया गया है. काफी दिनों से हरक सिंह बीजेपी से नाराज चल रहे थे. जिसके बाद से ही उनके कांग्रेस में जाने के कयास लगाये जा रहे थे.
आज शाम को ही हरक सिंह रावत दिल्ली पहुंचे थे. बताया जा रहा था कि वे अपनी पुत्रवधू अनुकृति के लिए टिकट की पैरवी करने के लिए यहां पहुंचे थे. मगर इस बीच ऐसे राजनीतिक समीकरण बने की बीजेपी ने उन्हें पार्टी से ही बर्खास्त कर दिया है.
पढ़ें-दिल्ली में हरक सिंह और उनकी पुत्रवधू कांग्रेस का थाम सकते हैं दामन, अटकलें तेज
इससे पहले हरक सिंह रावत बीजेपी की कोर ग्रुप की मीटिंग में भी नहीं पहुंचे थे. कोर ग्रुप का सदस्य होने के बावजूद भी हरक सिंह मीटिंग में नहीं आए थे. जिसके बाद अटकलें लगाई जा रही है कि हरक सिंह नाराज हैं. दरअसल हरक सिंह, लैंसडाउन से अपनी पुत्रवधू अनुकृति गुसाईं के लिए टिकट की पैरवी कर रहे हैं, मगर लैंसडाउन से विधायक दिलीप रावत इसके विरोध में हैं. साथ ही भाजपा संगठन भी हरक से नाराज है. कहा जा रहा है इसी को देखते हुए ये बड़ा फैसला लिया गया है.
पढ़ें-सीएम धामी के हल्द्वानी दौरे का चुनाव आयोग ने लिया संज्ञान, नोटिस भेजकर मांगा जवाब
थाम सकते हैं कांग्रेस का हाथ: चर्चा है कि आज दिल्ली में पूर्व सीएम हरीश रावत और प्रदेश के दूसरे नेताओं की मौजूदगी के साथ ही कांग्रेस के केंद्रीय नेताओं के सामने हरक सिंह और उनकी पुत्रवधू अनुकृति कांग्रेस का दामन थाम सकती हैं. वहीं कयास लगाए जा रहे हैं कि हरक सिंह रावत के साथ ही कुछ दूसरे विधायक भी कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं.