देहरादूनःआगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी अभी से कसरत कर रही है. बीजेपी की मिशन 400 में उत्तराखंड की 5 सीटें काफी अहम स्थान रखती है. ऐसे में बीजेपी क्षेत्रीय और जातीय समीकरण को ध्यान में रखते हुए अपने सांसदों को एक्टिव मोड में लाने के लिए जान फूंक रही है. यही वजह है कि बीजेपी प्रदेश प्रभारी उत्तराखंड में डटे हुए हैं. ऐसे में प्रभारी के हर एक राजनीतिक चहलकदमी से यह स्पष्ट नजर आ रहा है कि 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में सारी सीटें जीतने के बाद भी बीजेपी इन सीटों को हल्के में नहीं ले रही है. भले ही लगातार दो बार बीजेपी लोकसभा चुनाव में फतह हासिल हुई हो, लेकिन एक बार फिर से पांचों सीटों पर जीत हासिल करने के लिए रणनीति बनाना शुरू कर दिया है.
हाल ही में बीजेपी प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम ने सभी लोकसभा और राज्यसभा सांसदों को एक्टिव मोड में रहने के सख्त निर्देश दिए हैं. बीते दिनों मुख्यमंत्री आवास में बैठक में संगठन ने उत्तराखंड के सभी सांसदों के आगामी चुनाव को लेकर पेंच कस दिए. इसके अलावा सांसदों को कुछ सख्त निर्देश भी दिए गए हैं. मसलन, जिन बूथों पर 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी की पकड़ कमजोर थी, उन बूथों पर सांसदों को पकड़ मजबूत करने को कहा गया है. लिहाजा, वहां लगातार दौरे करने के लिए सांसदों को कहा गया है. संगठन ने ये भी तय कर लिया है कि सांसदों को अब लगातार उनकी लोकसभा में व्यस्त रखा जाए.
इसके सुपरविजन के लिए संगठन की ओर से अलग से पदाधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाएगी. वहीं, बीजेपी संगठन के रूटीन कार्यक्रमों में अंबेडकर जयंती और पीएम मोदी मन की बात के आगामी एपिसोड को लेकर भी सांसदों के कार्यक्रमों की रूपरेखा तय की गई है. 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती के दिन एक तरफ शक्ति केंद्रों और बूथ स्तर के कार्यक्रम में सांसद मौजूद रहेंगे तो वहीं मन की बात कार्यक्रम के लिए पार्टी ने बड़े स्तर पर सभी समुदायों को एक साथ जोड़ने की रणनीति बनाई है.
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