देहरादूनः केरल के बिटक्वाइन नौजवान व्यापारी की देहरादून में बेरहमी से हत्या के बाद 485 करोड़ (क्रिप्टो करेंसी) इंटरनेट की दुनिया में हवा में गुम हो गए. दरअसल, यह रकम न तो किसी ने देखी है और न ही शायद इस धंधे में इसे कोई देख पाएगा क्योंकि बिटक्वाइन में निवेश करने वाले लोगों के लिए उनकी यह रकम एक वर्चुअल करेंसी है जो इंटरनेट की दुनिया में डिजिटल लेन-देन के काम ही आती है
इतना ही नहीं भारत में बिटक्वाइन का धंधा पूरी तरह से अवैध है. केरल के बिटक्वाइन व्यापारी अब्दुल शकूर के मर्डर के बाद देहरादून पुलिस ने जहां एक तरफ 5 हत्यारों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. जबकि, इस मामले में चार अन्य आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं. ऐसे में देहरादून पुलिस केरल पुलिस के साथ सामंजस्य बनाकर फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ ही बिटक्वाइन अवैध कारोबार से जुड़े नेटवर्क को खंगालने में जुटी है.
केरल निवासी 24 साल के बिटक्वाइन कारोबारी अब्दुल शकूर अब इस दुनियां में नहीं हैं. ऐसे में उनके साथ बिटक्वाइन के धंधे में निवेशकों की कई 100 करोड़ की रकम मौत के साथ हवा में उड़ गई है. उधर बिटक्वाइन जैसे कारोबार में निवेश करने वाले केरल के निवेशकों की चिंता सता रही है. हालांकि, उत्तराखंड पुलिस के मुताबिक अब्दुल शकूर या उसके अन्य गिरफ्तार साथियों के खिलाफ अभी तक उनके पास बिटक्वाइन निवेश को लेकर कोई शिकायत नहीं आई है.
डीजी अशोक कुमार के मुताबिक, इस मामले में बिटक्वाइन कारोबारी अब्दुल शकूर की उसके व्यापारी साथियों द्वारा हत्याकांड को देहरादून में अंजाम दिया गया था. जिसमें 5 लोग गिरफ्तार हैं चार लोगों की तलाश जारी है इसके साथ ही केरल पुलिस के साथ संपर्क बनाकर बिटक्वाइन जैसे अवैध कारोबार से जुड़े अन्य विषयों पर जानकारी जुटाकर आगे की कार्रवाई जारी है.