देहरादून:महाराष्ट्र में पल-पल बदल रहे सियासी समीकरणों के बीच उत्तराखंड के बेटे और महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की भूमिका बेहद अहम हो गई है. देर शाम तक अगर कोई भी पार्टी बहुमत साबित नहीं कर पाती है तो भगत सिंह कोश्यारी के हाथ में महाराष्ट्र का भविष्य होगा.
उत्तराखंड राजनीति के पुरोधा भगत सिंह कोश्यारी ही तय करेंगे कि महाराष्ट्र किसके हाथों में होगा. सबसे पहले महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए भगत सिंह कोश्यारी ने भारतीय जनता पार्टी को आमंत्रित किया था, लेकिन 145 विधायकों का समर्थन न होने की वजह से बीजेपी सरकार बनाने से चूक गई. इसके बाद शिवसेना ने भी महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से सोमवार देर शाम मुलाकात की.
अब महाराष्ट्र के गवर्नर ने तीसरी बड़ी पार्टी एनसीपी को सरकार बनाने का आमंत्रण दिया है. ऐसे में अगर एनसीपी भी सरकार नहीं बना पाती है तो हो सकता है कि महाराष्ट्र में राजनीतिक उठापटक के बीच भगत सिंह कोश्यारी राष्ट्रपति शासन लगाने का कदम उठा सकते हैं.