देहरादून:उत्तराखंड में 5 लोकसभा और 3 राज्यसभा सीटें हैं. इन राज्सभा सीटों पर वर्तमान में 2 कांग्रेस और एक बीजेपी से सांसद हैं. उत्तराखंड राज्यसभा से सांसद दोनों कांग्रेसी नेताओं को पार्टी ने लोकसभा का भी टिकट दिया है. जिस कारण अगर ये राज्यसभा सांसद चुनाव हार भी जाएं तो भी ये दोनों सांसद बने रहेंगे.
प्रदेश की दो राज्यसभा सीटों पर लगा दांव, दो प्रत्याशी चुनाव हारने के बाद भी रहेंगे सांसद
अगर उत्तराखंड से ये दोनों सांसद लोकसभा चुनाव जीत जाते हैं, तो प्रदेश की दो राज्यसभा सीटें खाली हो जाएंगी.
लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी मैदान में उतार दिए हैं. लेकिन उत्तराखंड के परिपेक्ष में बात करें तो उत्तराखंड की 5 सीटों में से अल्मोड़ा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप टम्टा पहले से ही उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद हैं. जिस वजह से अगर प्रदीप टम्टा चुनाव हार भी जाते हैं, तो भी वे 4 जुलाई 2022 तक सांसद बने रहेंगे.
वहीं उत्तराखंड के दूसरे राज्यसभा सांसद राज बब्बर की बात करें तो उन्हें भी कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की फतेहपुर सीकरी से सांसद प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतारा है. वहां से राज बब्बर अगर चुनाव हार भी जाते हैं तो भी वे राज्यसभा सांसद होने के नाते संसद में बने रहेंगे. उनका कार्यकाल 25 नवंबर 2020 तक है.इसी के साथ अगर उत्तराखंड से ये दोनों सांसद लोकसभा चुनाव जीत जाते हैं, तो प्रदेश की दो राज्यसभा सीटें खाली हो जाएंगी.