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उत्तराखंड: लाभार्थियों को नहीं मिल रहा अटल आयुष्मान योजना का लाभ - देहरादून न्यूज

प्रदेश में अटल आयुष्मान योजना शुरू हुए 11 महीने का समय हो चुकी है, लेकिन अभी तक मात्र 60 फीसदी परिवारों का ही गोल्डन कार्ड बन पाए हैं. लाभार्थियों की संख्या के लिहाज से अभीतक 33.48 लाख लोगों के ही कार्ड बने हैं. जिसमें से महज एक लाख 2 हजार 668 लोग ही इस सुविधा का लाभ उठा पा रहे है.

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अटल आयुष्मान योजना

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Published : Dec 11, 2019, 7:06 PM IST

Updated : Dec 11, 2019, 9:25 PM IST

देहरादून:उत्तराखंड में लाखों परिवार को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए राज्य सरकार ने 25 दिसंबर 2018 को अटल आयुष्मान योजना का शुभारम्भ किया था. ताकि दूरस्थ क्षेत्रों के ग्रामीणों तक बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचायी जा सके, लेकिन योजना शुरू होने के करीब 11 महीने बाद भी प्रदेश की जनता को स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल पाई है, जिसका सरकार ने ढोल पीटकर दावा किया था.

देश का कोई भी गरीब आदमी बिना इलाज के न मरे इसके लिए केंद्र की मोदी सरकार ने आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की थी. इसी के साथ उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार ने प्रदेश में अटल आयुष्मान योजना का शुभारम्भ किया था. ताकि प्रदेश में सभी लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके.

अटल आयुष्मान योजना का हाल

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अटल आयुष्मान योजना के तहत पात्र व्यक्ति को गोल्डन कार्ड दिया गया था. इस कार्ड की मदद से पात्र व्यक्ति सरकार और गैर सरकारी अस्तताल में पांच लाख रुपए इलाज फ्री में कर सकता है. हालांकि, पहले चरण में ही जरुरतमंद लोगों को इलाज के लिए भारी परेशानियों को सामना करना पड़ता था. इसके पीछे की वजह कुछ और नहीं बल्कि सिस्टम की सुस्त चाल व जनजागरुकता की कमी है.

राज्य में अटल आयुषमान की असल स्थिति

  • अल्मोड़ा जिले में अभी तक एक लाख 75 हजार 515 लोगों के गोल्डन कार्ड बने, लेकिन सिर्फ दो हजार 279 लोगों की इसका लाभ मिला.
  • बागेश्वरजिले की बात करें तो यहां 75 हजार 899 लोगों के गोल्डन कार्ड बने है. लेकिन लाभ केवल 9,22 मरीजों को ही मिला है.
  • चमोली जिले में अभी तक एक लाख 39 हजार 139 लोगों ने गोल्डन कार्ड बनवाया. जिसमें से तीन हजार मरीजों का लाभ मिला है.
  • चंपावत जिले में अभी तक 73 हजार 247 लोगों के गोल्डन कार्ड बनेगा. जिसमें से 769 मरीजों को लाभ मिला है.
  • राजधानी देहरादून की बात करें तो यहां सात लाख लोगों के गोल्डन कार्ड बने है. जिसमें से 33 हजार 332 मरीजों को लाभ मिला है.
  • हरिद्वारजिले में अभी तक पांच लाख 10 हजार 225 लोगों का गोल्डन कार्ड बना है. जिसमें से 17 हजार 607 मरीजों को लाभ मिला है.
  • नैनीताल जिले में अभी तक तीन लाख 26 हजार 472 लोगों का गोल्डन कार्ड बना है. जिसमें से 9,683 मरीजों को लाभ मिला है.
  • पौड़ी गढ़वाल जिले में अभी तक दो लाख 35 हजार 157 लोगों का गोल्डन कार्ड बना हैं. जिसमें से सात हजार 158 मरीजों को लाभ मिला है.
  • पिथौरागढ़ जिले में अभी तक 1,47,753 लोगों का गोल्डन कार्ड बना है जिसमें से 2,800 मरीजों को लाभ मिला है.
  • रुद्रप्रयागजिले में अभी तक 81,877 लोगों का गोल्डन कार्ड बना है जिसमें से 1,874 मरीजों को लाभ मिला है.
  • टिहरीगढ़वाल जिले में अभी तक 2,48,134 लोगों का गोल्डन कार्ड बना है जिसमें से 7,024 मरीजों को लाभ मिला है.
  • उधम सिंह नगरजिले में अभी तक 4,98,518 लोगों का गोल्डन कार्ड बना है जिसमें से 12,710 मरीजों को लाभ मिला है,.
  • उत्तरकाशीजिले में अभी तक 1,34,877 लोगों का गोल्डन कार्ड बना है जिसमें से 3,009 मरीजों को लाभ मिला है.

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प्रदेश में अटल आयुष्मान योजना शुरू हुए 11 महीने का समय हो चुकी है, लेकिन अभी तक मात्र 60 फीसदी परिवारों का ही गोल्डन कार्ड बन पाए हैं. लाभार्थियों की संख्या के लिहाज से अभीतक 33.48 लाख लोगों के ही कार्ड बने हैं. जिसमें से महज एक लाख 2 हजार 668 लोग ही इस सुविधा का लाभ उठा पा रहे है. इसकी एक बड़ी वजह वे गैर सरकारी अस्पताल भी है, जिन्होंने योजना शुरू होते ही गड़बड़झाला शुरू कर दिया था. हालांकि, विभाग ने इन अस्पतालों पर कार्रवाई करने में कोई कोताही नहीं बरती.

Last Updated : Dec 11, 2019, 9:25 PM IST

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