देहरादून: कोरोना की दूसरी लहर कितनी घातक साबित हो रही है, इसकी तस्दीक खुद कोरोना के बढ़ते आंकड़े और मौत की संख्या बता रही है. एक तरफ जहां मरीज हॉस्पिटल में बेड की कमी से सड़कों पर दम तोड़ रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ इंसानियत के विलेन मजबूरों से जिंदगी का सौदा करने से बाज नहीं आ रहे हैं. इंसानियत की सौदबाजी करने वाले ऐसे सौदागरों पर भी अब पुलिस-प्रशासन ने शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है.
दरअसल, सूत्रों से कुछ इस तरह की जानकारी मिली है कि राजधानी देहरादून में कई अस्पताल ऐसे हैं, जो फर्जी तरीके से मरीजों को भर्ती कर रहे हैं. ताकि बेड की संख्या को फुल दिखाया जा सके. जब कोई रसूखदार बड़ा आदमी अस्पतालों में बेड की मांग करता है तो ऐसे में अस्पताल फर्जी तरीके से भर्ती हुए मरीजों को डिस्चार्ज कर देते हैं. उसकी दूसरे मरीज को बेड दे देते हैं. इस तरह प्राइवेट हॉस्पिटल बड़ा मुनाफा कमा रहे हैं. हालांकि अब पुलिस-प्रशासन ने मानवता के इन गिद्दों पर नजर रखनी शुरू कर दी है.