देहरादून:धामी सरकार ने मंत्रिमंडल में इस बार कई चेहरों को बाहर का रास्ता दिखाया गया है. भाजपा के वरिष्ठ नेता बंशीधर भगत भी ऐसे ही नेताओं में से एक हैं जिन्हें इस बार कैबिनेट में जगह नहीं मिली है. मंत्रिमंडल से हटाए जाने पर प्रतिक्रिया दी है.
बंशीधर भगत ने कहा 'मैं खेती कर रहा था, पार्टी ने मुझे आज यहां तक पहुंचाया है, इसके लिए मैं पार्टी का शुक्रगुजार हूं'. मंत्रिमंडल से बाहर रखे जाने पर पूर्व कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत का कहा पार्टी ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया, कैबिनेट मंत्री बनाया उन्हें वो सब दिया जो आज उनके पास हैं. इसके लिए वह पार्टी के बेहद आभारी हैं.
धामी कैबिनेट जगह न मिलने पर बंशीधर भगत ने दी प्रतिक्रिया पढ़ें-उत्तराखंड की पहली महिला विधानसभा अध्यक्ष होंगी ऋतु खंडूड़ी, शाम 5 बजे दाखिल करेंगी नामांकन
बंशीधर भगत ने कहा मंत्रिमंडल में शामिल न किये जाने पर वे नाराज नहीं हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी और उनके आठ मंत्रियों की नई टीम को बधाई देते हुए कहा कि वह पुष्कर धामी की नई और युवा टीम को बधाई देते हैं. उन्होंने कामना की है कि पुष्कर धामी की युवा टीम अब पूरे जोश के साथ काम करेगी.
बंशीधर भगत ने छह चुनावों में दर्ज की जीत:बता दें बंशीधर भगत ने सात बार चुनाव लड़ा और छह बार जीत दर्ज की. 2002 में वह हल्द्वानी विधानसभा सीट पर कांग्रेस नेता डॉ. इंदिरा हृदयेश से चुनाव हार गए थे. हालांकि, अगले ही चुनाव में उन्होंने इंदिरा जैसी कद्दावर नेता को हराकर बदला लेने के साथ ही अपने कद को भी साबित किया था
बंशीधर भगत का राजनीतिक जीवन
- 1984 में हल्द्वानी से लगे पनियाली गांव के ग्राम प्रधान चुने गए
- 1989 में भाजपा के अविभाजित नैनीताल-उधमसिंह नगर जिले के जिलाध्यक्ष रहे.
- 1996 में उत्तर प्रदेश सरकार में खाद्य रसद, पर्वतीय विकास, वन विभाग राज्यमंत्री बने.
- 2000 में नव सृजित उत्तरांचल राज्य में कृषि, सहकारिता, दुग्ध समेत कई विभागों के कैबिनेट मंत्री बने.
- 2020 में भाजपा ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी.
- 2021 में विधायी एवं संसदीय कार्य, शहरी विकास, आवास, खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री की जिम्मेदारी मिली.