देहरादून/अल्मोड़ा/मसूरी/लक्सर:आम बजट से ठीक पहले सरकारी बैंकों के कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं. उनके हड़ताल पर जाने से सामान्य बैंकिंग कामकाज पर खासा असर पड़ा है. अकाउंट ओपनिंग, चेक क्लियरेंस बैंक शाखा से होने वाले एनईएफ्टी और आरटीजीएस सेवाएं भी बाधित रहीं. इस कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. दरअसल, वेतन में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी सहित 12 सूत्रीय मांगों को लेकर बैंक यूनियन पूरे देश में अपनी दो दिवसीय हड़ताल पर हैं.
देहरादून
हड़ताल के पहले दिन बैंक कर्मियों ने देहरादून के परेड ग्राउंड में इकट्ठा होकर अपनी मांगों को लेकर जोरदार नारेबाजी की. इस दौरान बैंक कर्मचारियों ने कहा कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं तो आगामी 11, 12 और 13 मार्च को तीन दिवसीय हड़ताल करेंगे.
वहीं, उत्तरांचल बैंक एसोसिएशन देहरादून अध्यक्ष अमित कुमार जैन ने कहा कि एक नवंबर 2017 से 11वां द्विपक्षीय समझौता वृद्धि को लेकर लंबित चल रहा है. सरकार ने शुरू में दो प्रतिशत का ऑफर दिया था, जिससे बैंक कर्मचारियों में काफी अधिक रोष है. आज करीब 27 महीने बाद गुरुवार की वार्ता के बाद सरकार के द्वारा अधिकतम साढ़े तेरह प्रतिशत वेतन वृद्धि का ऑफर दिया गया है जो कम है. उन्होंने कहा कि हर पांच साल में व्रद्धि की जाती है लेकिन 1 नवंबर 2017 से वृद्धि नहीं हुई है.
लक्सर
लक्सर के एक व्यापारी का कहना है कि बैंक की हड़ताल होने की वजह से बिजनेस पूरी तरह से ठप है. सामान मंगाने के लिए कंपनी को पैसे भेजना है लेकिन वो कंपनी को पैसे नहीं भेज पा रहे हैं. सरकार को चाहिए कि जल्द से जल्द बैंक कर्मचारियों से वार्ता कर इसका हल निकाले.