उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

पुलिस जवानों के ट्रांसफर पर लगी रोक हटी, जल्द होंगे दो हजार से ज्यादा तबादले - transfer policy of Uttarakhand

गढ़वाल डीआईजी नीरू गर्ग ने बताया है कि पुलिस जवानों के ट्रांसफर पर लगी रोक को शासन स्तर से हटा दिया गया है. ऐसे में आदेश मिलते ही पुलिस जवानों को जल्द ही मूल तैनाती के लिए रिलीव किया जाएगा. ऐसे में जल्द दो हजार से ज्यादा तबादले होंगे.

transfer of police personnel
transfer of police personnel

By

Published : Sep 10, 2021, 6:22 PM IST

देहरादून:मैदान से ट्रांसफर हुए पुलिस जवानों को जल्द ही पहाड़ चढ़ना पड़ेगा. पुलिस विभाग में ट्रांसफर पर शासन स्तर से लगी रोक हटने के बाद गढ़वाल रेंज स्तर पर इसके लिए तैयारियां कर ली गई हैं. गढ़वाल रेंज से सालों पहले मैदानी इलाकों में पुलिस जवानों के तबादले हुए थे, जिसमें 19 इंस्पेक्टर, 108 सब इंस्पेक्टर शामिल थे. लेकिन अप्रैल माह में कोविड के मद्देनजर शासन स्तर से इस ट्रांसफर पर रोक लगा दी गई थी, जिसे अब हटा दिया गया है.

गढ़वाल डीआईजी नीरू गर्ग ने बताया कि ट्रांसफर पर लगी रोक का शासनादेश हुआ है. आदेश के मिलते ही जल्द ही जिलों के एसएसपी को निर्देश दिए जाएंगे और ट्रांसफर हुए पुलिस जवानों को जल्द ही मूल तैनाती के लिए रिलीव किया जाएगा. मतलब साफ है कि लंबे वक्त से अपनी सेटिंग मैदानी इलाकों में बिठा चुके पुलिस जवानों को पहाड़ जल्द चढ़ाया जाएगा. ऐसे में उन जवानों ने जरूर सुकून की सांस ली है, जो पहाड़ी इलाकों में अपनी सेवाएं दे रहे थे.

पुलिस जवानों के ट्रांसफर पर लगी रोक हटी.

बताया जा रहा है कि अब कांस्टेबल और सब कांस्टेबलों की लिस्ट रेंज स्तर से दोबारा जारी होगी, जिसमें 1200 से अधिक गढ़वाल रेंज में और 1000 से ज्यादा कुमाऊं रेंज में ट्रांसफर जल्द होंगे.

पढे़ं- CM बोले- जहां जाऊंगा, करूंगा औचक निरीक्षण, रुड़की को दी 70 करोड़ की योजनाओं की सौगात

ये है ट्रांसफर पॉलिसी:गौरतलब है कि पुलिस मुख्यालय से बनी ट्रांसफर पॉलिसी में कांस्टेबल के लिए मैदानी इलाकों में 16 साल और पहाड़ी इलाकों में 8 साल का समय रखा गया है. हेड कांस्टेबल के लिए मैदानी इलाकों में 12 साल और पहाड़ी इलाकों में 6 साल रखा गया है. इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर के लिए 8 साल मैदान में और 4 साल पहाड़ों में रखा गया है. इसी आधार पर ये ट्रांसफर होंगे.

ABOUT THE AUTHOR

...view details