देहरादून: लंबे समय के बाद उत्तराखंड में चारधाम यात्रा फुल फ्लैश शुरू होने जा रही है. यात्रा सीजन को लेकर पूरा प्रदेश पलक पांवड़े बिछाए बैठा है. वहीं, यात्रा से जुड़े एडमिनिस्ट्रेशन मंदिर समिति और पर्यटन विभाग ने भी अभी से यात्रा की तैयारियों को लेकर कमर कसनी शुरू कर दी है. अधिकारियों की मानें तो यात्रा सीजन शुरू होने से पहले प्रदेश में यात्रा की तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी. 15 अप्रैल से पहले सड़क, बिजली, पानी और सभी जरूरी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश अधिकारियों को दे दिये गये हैं.
कोविड की दुश्वारियों के बाद भव्य यात्रा सीजन की उम्मीद: उत्तराखंड में ऑफिशियल तौर से यात्रा सीजन की शुरुआत 3 मई 2022 से हो जाएगी. विधानसभा चुनाव से फारिग हुआ शासन-प्रशासन अब यात्रा सीजन की पुरजोर तैयारियों में जुट चुका है. गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए बताया कि इस बार यात्रा सीजन को लेकर पूरा प्रदेश बेहद आशावान है. गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार के अनुसार पिछले 2 सालों से कोविड-19 वायरस महामारी के चलते यात्रा सीजन प्रभावी तौर पर नहीं चल पाया था.
इस बार अब जैसे-जैसे कोविड-19 महामारी का असर कम होता जा रहा है, यात्रा को लेकर उम्मीदें बढ़ती जा रही हैं. यह उम्मीद केवल सरकार ही नहीं बल्कि यात्रा से जुड़े तमाम वर्ग लगाए हुए हैं, जिसमें होटल व्यवसाय तमाम छोटे से लेकर बड़े व्यापारी वर्ग घोड़े-खच्चर और यात्रा रूट से जुड़े तमाम लोग शामिल हैं.
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यात्रा मार्ग पर अभी भी बर्फ:गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार ने बताया इस बार बेहद अच्छी बर्फबारी देखने को मिली है. यही वजह है कि उच्च हिमालयी क्षेत्रों में मौजूद धामों के मार्ग अभी भी बर्फ से पटे पड़े हैं. गढ़वाल आयुक्त के अनुसार मंदिरों के मार्गों से बर्फ हटाने का काम जारी है. खासतौर से पैदल मार्गों पर तकरीबन 1 मीटर चौड़ाई का रास्ता खोला जा रहा है, ताकि आवाजाही और जरूरत का सामान लाया ले जाया जा सके. इसके अलावा सड़क मार्गों को लेकर भी जिलाधिकारियों को सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के दिशा-निर्देश दिए गए हैं.
बदरी-केदार मंदिर समिति संभालेगी कमान:तमाम गतिरोध के बाद बदरीनाथ और केदारनाथ धाम की जिम्मेदारी एक बार फिर से बदरी-केदार मंदिर समिति को दे दी गई है. जैसा कि हम सब जानते हैं कि 2019 में देवस्थानम बोर्ड आने के बाद एक सीजन ही देवस्थानम बोर्ड अपनी सेवाएं दे पाया था. वह भी शुरुआती तौर पर और उसके बाद 2 साल कोरोना महामारी के बीच निकले. अब जब सीजन के फुल फ्लैश होने की उम्मीद है, उससे ठीक पहले बीकेटीसी (बदरी-केदार मंदिर समिति) को जिम्मेदारी दी गई है.