देहरादूनःउत्तराखंड की आर्थिकी का साधन पर्यटन व्यवसाय है. चारधाम यात्रा पर आने वाले लाखों श्रद्धालु सालाना राज्य और स्थानीय लोगों की जेब भर कर जाते हैं. लेकिन हैरानी की बात ये है कि राज्य गठन के बाद से आज तक मॉनसून सीजन में यात्रा कैसे सुचारू रूप से चलती रहे, इसका खाका तैयार नहीं हो पाया है. आलम ये है कि जिस ऑल वेदर रोड के सहारे सत्ता पक्ष बड़ी-बड़ी बातें कर रहा था, वो ऑल वेदर रोड भी सहारा नहीं बन पा रही है. इसी वजह से थोड़ी सी बारिश में रोड जगह-जगह बंद हो रही है. जिसके चलते बीते करीब डेढ़ महीने में चारधाम यात्रा कई बार प्रभावित हुई है.
इस दिन खुले थे कपाटःगौर हो कि उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2023 बीते 22 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही शुरू हुई थी. इसके बाद 25 अप्रैल को केदारनाथ धाम और 27 अप्रैल को बदरी विशाल के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले गए थे. चारधाम के कपाट खुलने के बाद 15 जून तक बृहद स्तर पर यात्रा संचालित हुई. लेकिन 15 जून के बाद भारी बारिश और फिर मॉनसून की दस्तक के बाद चारधाम की यात्रा प्रभावित होने लगी. जहां एक ओर चारों धामों में रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे थे, वहीं मॉनसून सीजन के दौरान चारों धामों में महज 4 हजार श्रद्धालु दर्शन करने पहुंच रहे हैं.
उत्तराखंड में बारिश का कहरःदरअसल, उत्तराखंड में 15 जून के बाद भारी बारिश का सिलसिला शुरू हो गया था. जिसके चलते चारधाम यात्रा प्रभावित होती रही. हालांकि, प्रशासन की ओर से सड़क मार्गों को खोलने के लिए मशीनों को तो लगाया जाता है, लेकिन यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को कई बार घंटों-घंटों तक जाम में फंसे रहना पड़ता है. इतना ही नहीं मॉनसून सीजन के दौरान पर्वतीय मार्गों पर यात्रा करना भी सुरक्षित नहीं रहता है. यही वजह है कि उत्तराखंड सरकार भी मॉनसून सीजन के दौरान श्रद्धालुओं से इस बाबत अपील करती है कि मौसम की सटीक जानकारी लेने के बाद ही अपनी यात्रा शुरू करें.
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हर मॉनसून सीजन के दौरान उत्तराखंड में चारधाम की यात्रा प्रभावित होती रही है. ऐसे में यात्रा को सुगम बनाने के लिए ऑल वेदर रोड परियोजना लाई गई. जिसके तहत दावा किया गया कि ऑल वेदर रोड के बन जाने के बाद आने वाले समय में यात्रियों को जाम के साथ ही अन्य समस्याओं से दो-चार नहीं होना पड़ेगा. इसके साथ ही हर समय सुरक्षित होकर श्रद्धालु धामों के दर्शन कर सकेंगे, लेकिन ऐसा होता दिखाई नहीं दे रहा है. वर्तमान स्थिति ये है कि भारी बारिश के चलते कई बार ऑल वेदर रोड भी प्रभावित हो जाती है, जिससे यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
क्या बोले लोनिवि मंत्री सतपाल महाराज?मामले में उत्तराखंड के पर्यटन एवं पीडब्ल्यूडी मंत्री सतपाल महाराज कहते हैं कि भारी बारिश से चलते तमाम सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं. जिनके रिपेयर का काम तेजी से चल रहा है. ताकि यात्रियों के लिए सड़कों को खोला जा सके. साथ ही कई-कई जगहों पर अभी भी सड़क टूटी हुई हैं. ऐसे में यात्रियों को मौसम की सटीक जानकारी लेकर ही यात्रा को शुरू करने को कहा जा रहा है. हालांकि, मॉनसून सीजन के दौरान यात्रा थोड़ी धीमी हो जाती है, लेकिन जैसे ही बरसात खत्म होगी, उसके बाद चारधाम यात्रा रफ्तार पकड़ेगी.