देहरादून: पीआईबी के अपर महानिदेशक विजय कुमार ने जिंग इंडिया के सहयोग से सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा विकसित ऑनलाइन शैक्षिक मोबाइल गेम की एक श्रृंखला आजादी क्वेस्ट के शुभारंभ के बारे में जानकारी दी. इस दौरान उनके साथ पीआईबी के उपनिदेशक रोहित त्रिपाठी भी मौजूद रहे.
दरअसल आजादी का अमृत महोत्सव के आयोजन के हिस्से के रूप में और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की कहानी को सामने लाने के लिए केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने 24 अगस्त को क्वेस्ट का शुभारंभ किया था. पीआईबी (Press Information Bureau) के उप निदेशक रोहित त्रिपाठी का कहना है कि यह गेम ऑनलाइन गेम खेलने वालों के विशाल बाजार का उपयोग करने और गेम के माध्यम से उन्हें शिक्षित करने की दिशा में एक प्रयास है.
रोहित त्रिपाठी ने बताया कि भारत सरकार के विभिन्न विभागों ने देश के कोने कोने से गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जानकारी एकत्रित की है. इसके लिए आजादी क्वेस्ट इन जानकारियों से मिलने वाली सीख को आकर्षक और संवादात्मक बनाने का एक प्रयास है. रोहित त्रिपाठी का कहना है पिछले कुछ वर्षों में भारत गेमिंग के क्षेत्र में शीर्ष 5 देशों में शामिल हो गया है. अकेले 2021 में गेमिंग के क्षेत्र में 28% वृद्धि हुई है. वहीं 2023 तक ऐसे गेम खेलने वालों की संख्या करीब 45 करोड़ तक पहुंच जाने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि इस ऐप में शामिल की गई जानकारियां प्रकाशन विभाग और भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद द्वारा संकलित की गई हैं. यह ऐप आसानी से हमारे स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी प्रमाणिक जानकारियों का एक सुलभ खजाना बन जाएगा.
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आपको बता दें कि इस ऑनलाइन ऐप की जरूरत इसलिए पड़ी क्योंकि आजकल के बच्चे बाहर खेलने जाने के बदले मोबाइल पर ही गेम खेल कर अपना मनोरंजन करते हैं. इसी को देखते हुए पीआईबी (पत्र सूचना कार्यालय) ने दो ऑनलाइन गेम आजादी क्वेस्ट को लॉन्च किया है. इससे बच्चे खेल खेल में ही अपने देश के फ्रीडम स्ट्रगल को जान सकें और उन्हें इतिहास की जानकारी मिल सके.