देहरादून:साइबर ठगी के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं. बावजूद इसके राज्य सरकार लोगों को साइबर ठगी से जागरूक करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रही है. जिसकी मुख्य वजह है कि साइबर ठग आए दिन नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को अपने जाल में फांस लेते हैं. इन दिनों ऑनलाइन लोन एप के जरिए लोगों को शिकार बनाया जा रहा है. हालांकि, यह मामला सीधे तौर पर साइबर ठगी से जुड़ा हुआ नहीं है, लेकिन कहीं ना कहीं इसके तार साइबर ठगी से जुड़े हुए नजर आते हैं. आखिर क्या है ऑनलाइन लोन एप के जरिए ठगी का मामला, किस तरह से लोगों को बनाया जा रहा है ठगी का शिकार? कैसे इस ठगी के प्रति रह सकते हैं सजग?
यूं तो साल 2000 के बाद आधुनिकरण का एक ऐसा दौर शुरू हुआ जिससे तमाम चीजें धीरे-धीरे ऑनलाइन होती चली गईं. हालांकि, इस आधुनिकरण के चलते लोगों को काफी सहूलियत भी हुई लेकिन जैसे-जैसे इसका प्रचलन तेजी से बढ़ने लगा उसी अनुसार साइबर क्राइम के मामले भी तेजी से बढ़ने लगे.
यही नहीं, साल 2020 में वैश्विक महामारी कोरोना के दस्तक के बाद डिजिटलाइजेशन पर इतना जोर दिया जाने लगा कि मोबाइल फोन इस्तेमाल करने वाले अधिकांश लोग डिजिटल की तरफ भागने लगे. हालांकि, इसका नतीजा जितना फायदेमंद हुआ उतना ही नुकसानदायक भी साबित हो रहा है. क्योंकि, कोरोना काल के दौरान जितनी तेजी से लोग डिजिटल की तरफ रुख करना शुरू हुए उतनी ही तेजी से साइबर ठग भी सक्रिय होते चले गए.
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कोरोना काल के दौरान बढ़ा ऑनलाइन लोन एप का चलन
वैश्विक महामारी कोरोना की दस्तक के बाद लाखों लोगों की नौकरियां चली गईं. यही नहीं, जो लोग नौकरी कर भी रहे थे, उन लोगों को समय पर तनख्वाह नहीं मिल पाई, जिसके चलते लोगों ने घर बैठे ही ऑनलाइन लोन एप का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया. हालांकि, ऑनलाइन लोन एप का उतना प्रचलन पहले नहीं था लेकिन लॉकडाउन के बाद ऑनलाइन लोन एप का प्रचलन तेजी से फैला और लोग, लोन लेने के लिए इन ऑनलाइन लोन ऐप का इस्तेमाल करने लगे.
इन ऑनलाइन लोन एप में तमाम एप्लीकेशन तो कुछ बड़ी बैंक कंपनियों से जुड़े हुए थे. तो वही, तमाम ऐप ऐसे प्रचलन में आये जो भारत देश के नहीं बल्कि विदेशों के भी हैं. उस दौरान लोगों को ऑनलाइन लोन एप के जरिए कम प्रतिशत ब्याज दर पर लोन उपलब्ध करा दिया गया लेकिन अब जब लोन की रिकवरी हो रही है, तो उनसे अधिक ब्याज दर लिया जा रहा है.
ऑनलाइन लोन एप के जरिए ठगी
ऑनलाइन लोन एप के जरिए अभी फिलहाल उन लोगों को ही ठगी का शिकार बनाया जा रहा है, जिन लोगों ने लोन ऐप के जरिए ऑनलाइन माध्यम से लोन लिया है. हालांकि, कोरोना काल के दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने घर बैठे ऑनलाइन लोन एप का फायदा उठाया. क्योंकि ऑनलाइन लोन एप के जरिए बिना कहीं जाए और समय गवाएं बिना, तत्काल लोन मिल जा रहा था.
उन्हें क्या पता था कि जब लोन रिकवरी का समय आएगा तो उस दौरान अधिक ब्याज दर के हिसाब से उन्हें भुगतान करना पड़ेगा? जिसके चलते तमाम लोग आए दिन साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन पहुंचकर, न सिर्फ इसकी शिकायत दर्ज करा रहे हैं, बल्कि पुलिस अधिकारियों से मदद मांग हैं.
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कम ब्याज पर ऑनलाइन लोन दिलाने के नाम पर ठगी
ऑनलाइन लोन एप के माध्यम से कम ब्याज पर लोन दिलाने का झांसा देने के साथ ही इन दिनों तमाम साइबर ठग, कम ब्याज पर ऑनलाइन लोन दिलाने के नाम पर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं. हालांकि मौजूदा समय में लोन की दरों की बात करें तो किसी भी बैंक में या फिर रेपुटेड निजी कंपनियों में कम से कम 9% ब्याज दर से कम पर कोई भी लोन उपलब्ध नहीं है, जिसका फायदा इन दिनों साइबर ठग उठा रहे हैं.