देहरादूनःबदरी केदार मंदिर समिति और गणेश गोदियाल के बीच छिड़ी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है. अब इस मामले में नया मोड़ आया है. मंदिर समिति के सदस्य आशुतोष डिमरी ने बीते दिनों बीकेटीसी के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल के कार्यकाल में हुई वित्तीय अनियमितता और गड़बड़ी को लेकर हल्ला बोला था. जिस पर गणेश गोदियाल ने आशुतोष डिमरी पर कई आरोप लगाते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की थी. अब आशुतोष डिमरी ने गणेश गोदियाल को एक कानूनी नोटिस थमा दिया है.
बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (Badrinath Kedarnath Temple Committee) के सदस्य आशुतोष डिमरी ने कहा कि उन्होंने मामले में चमोली जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. धन सिंह रावत को जांच की मांग करते हुए पत्र सौंपा था. जिस पर मंत्री धन सिंह रावत ने मुख्य सचिव व सचिव धर्मस्व को जांच के निर्देश दिए हैं. जांच की आंच से बौखला कर गणेश गोदियाल ने 8 जुलाई 2022 को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उनके ऊपर एक षड्यंत्र के तहत जो झूठे, मनगढ़ंत व निराधार आरोप लगाए हैं, उनका पुरजोर तरीके से खंडन किया जाता है. इन मनगढ़ंत व निराधार आरोपों से उनकी मानहानि हुई है.
ये भी पढ़ेंःभ्रष्टाचार के आरोपों पर बोले गोदियाल- लोकतंत्र में न्याय बराबर, मेरे साथ मंत्री धन सिंह की भी हो SIT जांच
आशुतोष डिमरी ने कहा कि उन्होंने अपने अधिवक्ता के माध्यम से गणेश गोदियाल को कानूनी नोटिस भेजा है. साथ ही इन झूठे मनगढ़ंत व निराधार आरोपों को लेकर गोदियाल को दोबारा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सार्वजनिक तौर पर अपने शब्दों को वापस लेने और माफी मांगने को कहा गया है. यदि सार्वजनिक तौर पर गणेश गोदियाल अपने इस कृत्य के लिए माफी नहीं मांगते हैं तो उन्हें विवश होकर उनके खिलाफ न्यायालय में मानहानि की याचिका दायर करनी पड़ेगी.