देहरादून: मिशन 2022 (Mission 2022) में महज अब 6 महीने का वक्त बचा है. ऐसे में प्रदेश की सियासत (state politics) और राजनीतिक दल (political party) पूरी तरह से चुनावी मोड में आ गए हैं. इसी कड़ी में आज दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) देहरादून पहुंचे. इस दौरान वह बीजेपी और कांग्रेस पर जमकर बरसे. साथ ही आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) का उत्तराखंड के विकास को लेकर विजन रखा.
केजरीवाल ने जनता से अपील कि आम आदमी पार्टी को प्रदेश में एक बार सत्ता सौंपे. अगले पांच सालों में हम देवभूमि का कायाकल्प कर देंगे. इस दौरान केजरीवाल ने 300 यूनिट मुफ्त बिजली (300 units free electricity), बकाया बिल माफ, किसानों को मुफ्त बिजली (free electricity to farmers), युवाओं को रोजगार (employment to youth) और सरकारी विद्यालय (government school) को निजी स्कूलों से भी बेहतर बनाने का वादा किया.
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केजरीवाल ने कहा हम उत्तराखंड (Uttarakhand) को देवभूमि मानते हैं. ईश्वर ने उत्तराखंड को प्राकृतिक संसाधन (natural resources) देने में कोई कसर नहीं छोड़ी. यहां नदियां, पहाड़, वनस्पति, जड़ी बूटी हैं. उत्तराखंड के लोग मेहनती और ईमानदार हैं, लेकिन यहां के नेताओं ने और पार्टियों ने उत्तराखंड को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है.
प्रदेश की दो पार्टी बीजेपी और कांग्रेस है, जो चक्की के दो हिस्से की तरह हैं. जैसे चक्की के दोनों हिस्सों के बीच दाने पिसते हैं, ठीक उसी तरह उत्तराखंड और प्रदेश की जनता पिछले 20 सालों से पिस रही है. इन दोनों पार्टियों ने अपनी सेटिंग बना रखी है कि एक बार तुम लूटो और एक बार हम उत्तराखंड को लूटें.
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उन्होंने कहा अभी वर्तमान में सत्ताधारी पार्टी (ruling party) के पास सीएम ही नहीं है. एक बनता है फिर सत्ताधारी पार्टी को लगता है कि ये भी निकम्मा है. फिर दूसरे को बनाते हैं और कहते हैं कि ये भी निकम्मा है. मेरे ख्याल से 70 साल के इतिहास में भारत में पहली बार ऐसा हुआ होगा कि कोई पार्टी खुद ही कहती है कि हमारा सीएम बेकार है. बीजेपी में सीएम की लड़ाई (CM fight in BJP) चल रही है, वहां सीएम नहीं है.
इसके साथ ही केजरीवाल ने कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि प्रदेश का जो विपक्ष है, उनके पास भी कोई नेता नहीं है. वहां पर विपक्ष का नेता चुनने के लिए पिछले महीने भर से दिल्ली के चक्कर काटे जा रहे हैं. ऐसे में उत्तराखंड की जनता के विकास के बारे में कौन सोचेगा. दोनों पार्टियों में किसी को भी प्रदेश की जनता की चिंता नहीं है. दोनों दल केवल सत्ता और कुर्सी की लड़ाई लड़ रहे हैं.
वहीं, इस दौरान केजरीवाल अन्य दलों के नेताओं को लुभाने से भी नहीं चूके. उन्होंने कहा उत्तराखंड को प्यार करने वाले और प्रदेश का विकास चाहने वाले ऐसे लोग जो ईमानदार हैं और दूसरी पार्टियों में अपने आपको कुंठित महसूस कर रहे हैं, उन सबको मैं आमंत्रित कर रहा हूं. अभी तक आपकी मजबूरी थी कि आप दूसरी दलों में थे, लेकिन अब एक अच्छी पार्टी आ गई है. उत्तराखंड की राजनीति (politics of uttarakhand) करवट ले रही है. प्रदेश की दिशा और दशा बदलने वाली है. आप सभी आइए और आम आदमी पार्टी ज्वॉइन कीजिए.
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प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था (state education system) को लेकर केजरीवाल ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज मजबूरी में लोग अपने बच्चों को सरकारी विद्यालयों में भेज रहे हैं. प्रदेश की सरकारी स्कूलों की हालत बेहद खराब है. जिसकी जेब में थोड़ा सा भी पैसा है, वो एक वक्त की रोटी खाकर भी बच्चों को प्राइवेट स्कूल में भेज रहा है. वहीं, प्राइवेट स्कूलों में फीस के नाम पर लूट मची है. कई निजी स्कूलों संचालकों ने गुंडागर्दी मचा रखी है. ये लोग शिक्षा के नाम पर अनाप-शनाप पैसे लेते हैं.
वहीं, दिल्ली का उदाहरण देते हुए केजरीवाल ने कहा हमने वहां सरकारी स्कूल को इतना शानदार बना दिया है कि अब बड़े-बड़े घरों के लोग अपने बच्चों का दाखिला करा हैं. साथ ही हमने निजी स्कूलों की मनमानी (private schools arbitrariness) पर अंकुश लगाया. हमने वहां निजी स्कूलों को पिछले 5 सालों से फीस नहीं बढ़ाने दी. जिन स्कूलों ने फीस बढ़ायी, उनपर कार्रवाई करते हुए छात्रों के परिजनों के पैसे लौटवाएं हैं.