नई दिल्ली/देहरादून: लोकसभा में शुक्रवार को वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने पीएम केयर्स फंड का हिसाब दिया. अनुराग ठाकुर ने कहा कि देश के गरीब से गरीब व्यक्ति ने भी पीएम फंड में पैसा दिया है. इसके साथ ही उन्होंने फंड में पैसा डालने वालों की जानकारी भी साझा की. इस दौरान ठाकुर ने उत्तराखंड के अगस्तमुनि निवासी 80 वर्षीय दर्शनी देवी की प्रशंसा की, जिन्होंने अपने जीवनभर की पेंशन 2 लाख रुपये पीएम केयर्स फंड में दान दे दी. उन्होंने देवकी भंडारी का भी जिक्र किया, जिन्होंने 10 लाख रुपये फंड में दिये हैं.
गौर हो कि रुद्रप्रयाग जिले के विकासखंड अगस्त्यमुनि की डोभा-डडोली गांव की निवासी 80 वर्षीय दर्शनी देवी ने बीते मई महीने में पीएम केयर्स फंड में धनराशि जमा कराई थी. इस कार्य के लिये दर्शनी देवी दस किमी पैदल चलकर बैंक पहुंचीं थीं और कोरोना महामारी की लड़ाई में अपना योगदान दिया था. बीती 15 मई को बुजुर्ग महिला अपने घर से पैदल ही अगस्त्यमुनि पहुंचीं. यहां उन्होंने भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में पीएम केयर फंड के नाम दो लाख का ड्राफ्ट बनाया और नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी के माध्यम से धनराशि को दान किया.
अनुराग ठाकुर ने पीएम केयर्स फंड का दिया हिसाब. दरअसल, दर्शनी देवी ने सुना था कि कोरोना ने पूरी दुनिया में कोहराम मचाया है. इस संकट की घड़ी में कई लोग राज्य और केंद्र सरकार को सहयोग दे रहे हैं. इसी कड़ी में अपनी ओर से मदद करने का उन्होंने फैसला किया. दर्शनी देवी के पति कबूतर सिंह रौथाण साल 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में शहीद हो गए थे. उनकी कोई संतान नहीं है.
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इसके साथ ही चमोली गौचर निवासी 60 वर्षीय देवकी भंडारी ने भी पीएम केयर्स फंड में 10 लाख रुपये का सहयोग दिया था. देवक स्वयं किराए के मकान में रहती हैं और पेंशन की धनराशि से जीवन यापन कर रही हैं. देवकी भंडारी मूलरूप से रुद्रप्रयाग जिले के बच्छणस्यूं पट्टी की रहने वाली हैं. वो गौचर में किराये के मकान पर रहती हैं. उनके पति हुकुम सिंह भंडारी रेशम विभाग में बाबू थे, जिनका 12 साल पहले देहांत हो गया था. इसके बाद उन्होंने समाज सेवा को ही जीवन समर्पित कर दिया. क्षेत्र के लोग उन्हें लोग देवकी दीदी के नाम से पुकारते हैं.
गौर हो कि संसद में वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने उन सभी लोगों की जानकारी दी जिन्होंने पीएम केयर्स फंड में अपना योगदान दिया है. उत्तराखंड की इन दो बुजुर्ग महिलाओं के अलावा उन्होंने यूपी के प्रयागराज की 9 साल की अनुष्का और 6 साल के युवराज की भी जिक्र किया, जिन्होंने अपनी गुल्लक तोड़कर 300 रुपये योगदान दिया है. उनके साथ ही कानपुर के किदवई नगर के बच्चों ने भी अपनी गुल्लक से 5 हजार रुपये दान किये हैं. मिर्जापुर की 10 साल की बच्ची सुहानी ने 4 हजार रुपये फंड के लिए दिए हैं.
केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि कोरोना की इस जंग में नेता, सांसद, मजदूर सबने योगदान देने का प्रयास किया है क्योंकि ये लड़ाई देश की लड़ाई थी और इस लड़ाई में पीएम मोदी ने पीएम केयर्स फंड की स्थापना करने का काम किया.
उन्होंने विपक्ष के उठाये जा रहे सवालों पर कहा कि पीएम केयर्स फंड एक संवैधानिक रूप से पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट है. ये देश की जनता के लिए है. वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने पीएम केअर्स फंड पर कहा कि विपक्ष सिर्फ विरोध के लिए विरोध कर रहा है.