ऋषिकेश: अंकिता भंडारी हत्याकांड के बाद चर्चा में आया गंगा भोगपुर स्थित वनंत्रा रिजॉर्ट के पीछे बने पुलकित आर्य की आंवला कैंडी फैक्ट्री में रविवार सुबह 9 बजे संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई. आग की लपटें इतनी तेज थी कि आसपास काला धुआं छा गया. आग पर काबू पाने के लिए ऋषिकेश से फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां मौके पर पहुंची. फायर ब्रिगेड की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. वहीं, पुलिस का दावा है कि शॉर्ट सर्किट होने से रिजॉर्ट के पीछे वाले हिस्से में आग लगी. जबकि, अंकिता हत्याकांड के बाद गंगा भोगपुर स्थित पुलकित आर्य की फैक्ट्री और वनंत्रा रिजॉर्ट का विद्युत कनेक्शन काट दिया गया था, ऐसे में शॉर्ट सर्किट कैसे हुआ यह बड़ा सवाल है.
वहीं, पूरे मामले में थाना प्रभारी निरीक्षक लक्ष्मणझूला विनोद गुसाईं ने बताया कि प्रथम दृष्टया रिजॉर्ट के अंदर लगे इनवर्टर के लाइन में शॉर्ट सर्किट होने की वजह से आग लगने की घटना प्रतीत हो रही है. फैक्ट्री के अंदर कई ज्वलनशील पदार्थ भी रखे होने की जानकारी है. यमकेश्वर एसडीएम प्रमोद कुमार ने बताया कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है. प्रथम दृष्टया शॉर्ट सर्किट की वजह से ही आग लगी है.
पुलकित आर्य की फैक्ट्री में संदिग्ध परिस्थितियों में लगी आग. बता दें कि अंकिता भंडारी हत्याकांड का आरोपी पुलकित आर्य, पूर्व राज्यमंत्री और बीजेपी नेता विनोद आर्य का बेटा है. जो गंगा भोगपुर में रिजॉर्ट चलाता था. जहां अंकिता भंडारी भी बतौर रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करती थी. इसके अलावा पुलकित का गंगा भोगपुर में ही आंवला कैंडी की फैक्ट्री भी है. जहां आज संदिग्ध परिस्थितियों में आग लगी है.
क्या था अंकिता भंडारी मर्डर केस: गौर हो कि पौड़ी जिले के नांदलस्यू पट्टी के श्रीकोट की रहने वाली अंकिता भंडारी (19) ऋषिकेश के बैराज चीला मार्ग पर गंगा भोगपुर में स्थित वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करती थी. अंकिता इस रिजॉर्ट में 28 अगस्त से नौकरी कर रही थी. वो बीती 18 सितंबर को रहस्यमय तरीके से लापता हो गई थी. जिसके बाद रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने राजस्व पुलिस चौकी में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई. 22 सितंबर तक अंकिता का कुछ पता नहीं चला. इसके बाद मामला लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया.
वहीं, जब पुलिस ने जांच की तो वनंत्रा रिजॉर्ट (Vanantra Resort Rishikesh) के संचालक और उसके मैनेजरों की भूमिका सामने आई. रिजॉर्ट के कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि 18 सितंबर को शाम करीब आठ बजे अंकिता रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित और भास्कर के साथ रिजॉर्ट से निकली थी, लेकिन जब वो वापस लौटे तो उनके साथ अंकिता (Receptionist Ankita Bhandari) नहीं थी. इस आधार पर पुलिस ने तीनों को हिरासत लिया और पूछताछ की.
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आरोपियों ने पुलिस के सामने सारा सच उगल दिया. आरोपियों ने अंकिता भंडारी को नहर में धकेल (Ankita Bhandari Murder Case) दिया था. जिससे उसकी मौत हो गई. मामले में पुलिस ने पूर्व राज्यमंत्री विनोद आर्य (Pulkit Arya father Vinod Arya) के बेटे रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य और उसके दो मैनेजरों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था.