देहरादूनःउत्तराखंड में ऊर्जा निगमों में प्रबंध निदेशक समेत निदेशकों की नियुक्ति को लेकर इंटरव्यू होने के बाद भी अब तक नियुक्ति नहीं हो पाई थी. लेकिन अब उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और निदेशक परिचालन पद के लिए स्थाई नियुक्ति होने जा रही है.
उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड में प्रबंध निदेशक पद के लिए स्थाई नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है. खबर है कि इस पद के लिए जल्द ही शासन से आदेश भी जारी कर दिए जाएगा. बता दें कि प्रबंध निदेशक यूपीसीएल के पद पर अनिल कुमार का नाम फाइनल किया गया है. इसी के तरह उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड के निदेशक परिचालन पद के लिए अजय अग्रवाल के नाम पर मुहर लगाई गई है.
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दरअसल, लंबे समय से प्रबंध निदेशक के पद पर अस्थाई नियुक्ति की जा रही थी. मौजूदा समय में आईएएस दीपक रावत इस पद पर नियुक्त किए गए हैं. लेकिन इसके बाद स्थाई नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की गई, जिसके बाद अनिल कुमार को प्रबंध निदेशक की जिम्मेदारी दी गई है.
शासन से जल्द ही इन दोनों पदों के लिए आदेश जारी कर दिए जाएंगे. इस मामले में ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत ने बताया कि काफी लंबे समय से इन पदों पर स्थाई नियुक्ति नहीं हुई थी. लिहाजा अब इन नामों पर मुहर लगा दी गई है.
दीपक रावत को दी गई है MD की जिम्मेदारीः आईएएस अधिकारी दीपक रावत को ऊर्जा निगमों में प्रबंध निदेशक के तौर पर जुलाई माह में नियुक्त किए गए. हालांकि आदेश जारी होने के 7 बाद बाद उन्होंने प्रबंध निदेशक पद पर ज्वाइनिंग ली थी. उस दौरान खबर थी कि दीपक रावत इस पद पर काम नहीं करना चाहते थे. कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत भी इस पद पर निगम स्तर के अधिकारी को ही बैठाने के पक्ष में थे. जिस कारण ये मामला काफी सुर्खियों में रहा.
एक आदेश ने मचाई खलबली: ऊर्जा निगमों में प्रबंध निदेशक पद की जिम्मेदारी संभालने के बाद आईएएस दीपक रावत ने एक ऐसा आदेश जारी किया, जिससे कर्मचारियों में खलबली मच गई. इस आदेश में दीपक रावत ने कर्मचारियों को बेवजह मुख्यालय से बाहर न जाने का सख्त संदेश दिया था. आदेश में साफ लिखा गया था कि जब भी दीपक रावत पिटकुल मुख्यालय में मौजूद होंगे, इस दौरान कोई भी अधिकारी और कर्मचारी मुख्यालय छोड़कर बाहर नहीं जाएगा.