देहरादून:उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 से पहले केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शनिवार को देहरादून पहुंचे. देहरादून के बन्नू स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने 'घस्यारी कल्याण योजना' का शुभारंभ किया. इस अवसर पर राज्य समस्त 670 बहुउद्देश्यीय प्राथमिक कृषि ऋण सहकारी समितियों (एमपैक्स) का कम्प्यूटरीकरण भी विधिवत रूप से पूर्ण किया गया. इसके साथ ही सहकारिता ट्रेनिंग सेंटर का भी उद्घाटन किया गया.
इस अवसर पर पर्वतीय जिलों से आई महिलाओं को मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना में साइलेज का किट दिया गया. इसी प्रकार अनेक महिला समूहों को दीनदयाल उपाध्याय सहकारी किसान कल्याण योजना के अंतर्गत 5- 5 लाख रुपये के चेक दिए गए. इस मौके पर केंद्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत को बधाई देते हुए कहा कि पिछले पौने पांच साल में प्रदेश का चहुंमुखी विकास हुआ है. युवा मुख्यमंत्री के नेतृत्व में तेजी से विकास कार्य किए जा रहे हैं.
घस्यारी कल्याण योजना से माताओं-बहनों को बड़ी राहत:केंद्रीय मंत्री शाह ने मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना को प्रदेश की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए बहुत महत्वपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि इससे खास तौर हमारी माताओं व बहनों को काफी राहत मिलेगी, उनका बोझ कम होगा. वो अपना समय दूसरे आय अर्जन में कर सकेंगी. साइंटिफिक पोष्टिक पशु चारा मिलने से गायों की दुग्ध क्षमता बढ़ेगी जिसका फायदा इस काम में लगे लोगों को मिलेगा. इसके लिए मक्का उत्पादन को बढ़ावा देने से किसानों को भी लाभ मिलेगा.
देशभर की सहकारिता समितियों का कम्प्यूटरीकरण: शाह ने कहा कि उत्तराखंड में प्रदेश की 670 एमपैक्स के कम्प्यूटरीकरण का कार्य पूरा कर लिया गया है, जितना ज्यादा डिजीटलाइजेशन होगा, सहकारिता से जुड़े लोगों को उतनी ही अधिक सहूलियत होगी. तेलंगाना के बाद ऐसी करने वाला उत्तराखंड दूसरा राज्य है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सहकारिता मंत्रालय द्वारा देश भर की सहकारिता समितियों के पूर्ण कम्प्यूटरीकरण पर काम किया जाएगा. इसके लिए उत्तराखंड मॉडल का अध्ययन किया जाएगा.
उत्तराखंड के युवाओं पर गोली किसने चलाई, याद रखना:अमित शाह ने उत्तराखंड राज्य गठन का श्रेय अटल जी को देते हुए कहा कि वभूमि की रचना करने का काम अटल बिहारी वाजपेयी जी ने किया, अब प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में इसे संवारा जा रहा है. न जाने कितने युवा राज्य की मांग करते हुए शहीद हो गए थे. भाजपा भी उत्तराखंड के युवाओं के साथ इस मांग को बुलंद कर रही थी, तब उत्तराखंड के युवाओं पर गोली किसने चलाई थी, इसे भी याद कीजिएगा. अमित शाह ने कहा कि सहकारिता आंदोलन को कांग्रेस के राज में कमजोर कर दिया गया था लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने अलग सहकारिता मंत्रालय बनाकर सहकारिता से जुड़े देश के करोड़ों किसान, महिलाएं, मजदूर, महिलाएं, इन सबके कल्याण के लिए बहुत बड़ा काम किया है.
बीजेपी ही कर सकती है उत्तराखंड का भला:शाह ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले लगभग 5 साल में चार धाम सड़क परियोजना, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना, एनएच पर किए गए कामों सहित 85 हजार करोड़ से अधिक की परियोजनाएं केंद्र से राज्य के लिए स्वीकृत हुई हैं. इनमें से बहुत सी योजनाओं पर काम हो गया है, बहुत सी योजनाओं पर तेजी से काम चल रहा है. केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण किया गया है, 5 नवंबर को प्रधानमंत्री केदारनाथ आ रहे हैं. उस दिन शंकराचार्य जी की प्रतिमा की स्थापना की जाएगी. बदरीनाथ के मास्टर प्लान पर भी काम चल रहा है.
उत्तराखंड सरकार जागरुक: उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार ने कोविडरोधी टीकाकरण का कार्य जिस तेजी से किया है, वह सराहनीय है. उत्तराखंड में तमाम जगह ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए. हाल ही में आई आपदा में मुख्यमंत्री और सरकार ने तत्परता से काम किया. उत्तराखंड का विकास ऐसी जागरुक सरकार से ही संभव है. उन्होंने कहा उज्जवला योजना, आयुष्मान भारत योजना जैसी तमाम योजनाओं से जनता को लाभ पहुंचाने का कार्य किया गया है. वन रैंक वन पेंशन की मांग को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरा किया. यह बीजेपी का हिसाब है. अब कांग्रेस हिसाब दे कि उन्होंने अपने कार्यकाल में क्या किया. अमित शाह ने उत्तराखंड की जनता से पांच साल का समय और मांगा. वन रैंक, वन पेंशन देने का काम बीजेपी सरकार ने किया है.
हरीश रावत को खुली बहस की चुनौती: उत्तराखंड में भाजपा के चुनाव अभियान का आगाज करने पहुंचे अमित शाह ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम हरीश रावत को भी खुली बहस की चुनौती भी दी है. शाह ने कहा- हरीश रावत पहले अपना स्टिंग ऑपरेशन देखें. उन्होंने डेनिश और नकली शराब बिकवाई. उनकी सरकार में घपले-घोटाले भी हुए. अमित शाह ने हरीश रावत को चुनौती देते हुए कहा कि वो किसी भी चौराहे पर चर्चा कर लें, उनको चुनौती है. अमित शाह ने हरीश रावत पर शुक्रवार को छुट्टी देने और नेशनल हाईवे पर नमाज पढ़ने देने की जगह देने का भी आरोप लगाया.