ऋषिकेश: पूरा देश आज देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की जंयती मना रहा है. बच्चे उन्हें प्यार से चाचा नेहरू बुलाते हैं. बच्चों से लगाव और बेशुमार प्यार के लिए जवाहर लाल नेहरू का जन्मदिन 14 नवंबर को हर वर्ष बाल दिवस के तौर पर मनाया जाता है. बाल दिवस के मौके पर ईटीवी भारत आपको तीर्थ नगरी के दो ऐसे भाइयों की अद्भुत कहानी बताने जा रहा है जो अविश्वसनीय और अकल्पनीय है. इन दोनों बच्चों को देखकर आपको शायद विश्वास न हो, लेकिन ये बच्चे आंख पर पट्टी बांधकर पढ़ते हैं. बंद आंखों से फोटो पहचानते हैं और रूबिक क्यूब को चंद सेकेंडों में सॉल्व कर देते हैं.
ऋषिकेश में रहने वाले अनुभव और विभुम बेमिसाल हैं. दोनों भाइयों ने सिर्फ 5 महीने में ऐसे-ऐसे कारनामे कर दिए हैं जो बड़े-बड़े विद्वान कई सालों के अभ्यास के बाद भी नहीं कर पाते. अनुभव जिसकी उम्र महज 13 साल है, वह आंख पर पट्टी बांधकर कठिन से कठिन क्यूब झट से सॉल्व कर देता है. बिना देखे फर्राटे से किताब पढ़ सकता है. बिना देखे तस्वीर के बारे बता सकता है कि फोटो में कितने लोग हैं ? उसमें कितनी महिलायें हैं ? कितने पुरुष हैं ? इतना ही नहीं अनुभव आंखों पर पट्टी बांध कर बता सकता है कि यह किसकी तस्वीर है.
अनुभव का छोटा भाई विभुम भी बड़े भाई के नक्शे कदम पर ही चल रहा है. हालांकि, विभुम अभी कुछ ही क्यूब सॉल्व कर पाता है, लेकिन बाकी की गतिविधियां बड़े भाई के जैसे ही कर सकता है.