ऋषिकेश:पीडब्ल्यूडी ऋषिकेश पर एक ही मार्ग पर करोड़ों रुपए खर्च करने का आरोप लग रहा, जो कई सवाल खड़े कर रहा है. जहां दो साल पहले बनी सड़क, जो सीवर लाइन बिछने से खस्ताहाल हो गई थी, उसे दुरुस्त करने के बाद फिर करोड़ों रुपए से इसी मार्ग पर पैसे पानी की तरह बहाए जा रहे हैं. बजट जी-20 का है और दावा इस सड़क से मेहमानों के गुजरने का किया जा रहा है. मामला सामने आने के बाद डीएम सोनिका ने कहा कि इस बाबत संबंधित अधिकारियों से जानकारी जुटाई जाएगी. एसडीएम ऋषिकेश को मामले की सही स्थिति जानने के लिए जांच को भी निर्देशित किया जा रहा है.
मार्ग पर बिछाई जा रही डामर की परत:शहर में कोयलघाटी तिराहे से एम्स, बैराज और आईडीपीएल के करीब पांच किलोमीटर लंबी सड़क जाती है. लगभग दो साल पहले इस सड़क का नवनिर्माण किया गया. सीवर लाइन बिछने की वजह से सड़क जर्जर हुई, तो क्षतिपूर्ति के तहत इस सड़क का निर्माण किया गया. बनने के बाद ही जगह-जगह सड़क बैठने लगी. पीडब्ल्यूडी ने इस पर पैचवर्क कर सड़क को दुरुस्त कर दिया. फिलहाल दुरुस्त स्थिति में पांच किलोमीटर सड़क पर डामर की नई परत बिछाई जा रही है. जिस पर जी-20 बजट से दो करोड़ रुपये से ज्यादा का खर्च किया जा रहा है.
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चारधाम यात्रा वाली सड़क बदहाल:पीडब्ल्यूडी के स्थानीय अधिकारियों की दलील है कि सड़क पर कई जगह उछाल था, मगर पिछले दो वर्षों में न तो उन्हें और न ही सड़क से गुजरने वाले मुसाफिरों को यह उछाल महसूस हुआ. दिलचस्प यह भी है कि अधिकारी मई में प्रस्तावित जी-20 शिखर सम्मेलन में इस रूट का इस्तेमाल होने का दावा कर रहे हैं. बावजूद, सुरक्षा और आवागमन व्यवस्था से जुड़ी पुलिस तक को इस रूट की जानकारी अभी तक नहीं है. जबकि, चारधाम यात्रा समेत पर्यटन सीजन में सर्वाधिक इस्तेमाल होने वाली सड़क हरिद्वार बाईपास बदहाल दिख रही है.