ऋषिकेश: चारधाम को जोड़ने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट का कार्य काफी तेजी से हो रहा है. लेकिन इसकी वजह से ग्रामीण काफी परेशान भी हैं और खौफ के साये में जीने को मजबूर भी. उन्हें हर वक्त ये डर सताता है कि वो या उनके परिजन किसी भारी भरकम बोल्डर का शिकार न हो जाए. दरअसल, आये दिन ऑल वेदर रोड कार्य की वजह से कुछ लोग मलबे के नीचे दब जाते हैं. तो कभी चट्टान गिरकर लोगों के घरों के पास आ जाती है.
ऑल वेदर रोड निर्माण कार्य की वजह से ग्रामीणों पर मंडरा रहा खतरा. 1100 करोड़ से अधिक लागत की ऑल वेदर रोड परियोजना को लेकर केंद्र और राज्य सरकार दोनों ही संजीदगी दिखा रहे हैं. शायद यही वजह है कि कार्य भी जोरों पर चल रहा है. फिलहाल ऑल वेदर के कार्य के दौरान गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 94 पर नरेंद्र नगर से लगभग 5 किलोमीटर आगे बागधार के पास एक खड़ी पहाड़ी को जेसीबी से काटा जा रहा है.
बीते दिन पहाड़ कटने की वजह से कई टन भारी भरकम पत्थर दरककर एक घर के पास खेत में आ गिरे. हालांकि इस दौरान कोई हताहत नहीं हुआ लेकिन इसके बाद से ग्रामीण काफी खौफजदा हैं. ग्रामीणों का कहना है कि पहाड़ी काटने का काम जब से चल रहा है तब से वो डर के साये में जी रहे हैं. पत्थर आये दिन पहाड़ से गिरकर उनके घर-आंगन तक पहुंच ही जाते हैं. इस वजह से किसी दिन बड़ा हादसा भी हो सकता है.
ग्रामीणों के खेत में गिरा भारी भरकम बोल्डर. ग्रामीणों का कहना है कि इतने नजदीक पहाड़ी कट रही है लेकिन सुरक्षा के कोई इंतजामात नहीं किए गए हैं. आये दिन घरों पर मलबा आ जाता है. ऐसे में अगर कोई अनहोनी होती है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा.
वहीं नरेंद्र नगर के तहसीलदार का कहना है कि रोड निर्माण कंपनी के अधिकारियों से संपर्क कर निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने बतााय कि अधिकारियों को कहा गया है कि जबतक खतरे की जद में आए परिवारों के सुरक्षा के इंतजाम नहीं किये जाते तबतक निर्माण कार्य को रोक दिया जाए.