देहरादूनःदून प्रेस क्लब में शुुक्रवार को खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन की मौजूदगी में अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा ने उन्हें मंत्री पद दिए जाने की मांग को चेतावनी के रूप में पेश किया. हालांकि, विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन इसे चेतावनी नहीं बल्कि सरकार को सुझाव देने की बात कही.
दरअसल, प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए भारतीय वीर गुर्जर महासभा ने सरकार से विधायक चैंपियन को मंत्री बनाने की मांग करना थी, लेकिन पीसी शुरू होते ही महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुराग गुर्जर ने सरकार को चेतावनी के लहजे में कहा कि अगर भाजपा सरकार विधायक चैंपियन मंत्री नहीं बनाती है तो आगे आने वाले चुनाव में भाजपा को नुकसान उठाना पड़ेगा.
अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा ने चैंपियन को मंत्री बनाने की मांग की है. बीजेपी को सीधी चेतावनी:वीर गुर्जर महासभा के अध्यक्ष अनुराग गुर्जर अपनी पूरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी को चेतावनी देते रहे. वो बार-बार इस बात पर जोर दे रहे थे कि अगर बीजेपी ने उनके राजा साहब यानी कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को मंत्री नहीं बनाया तो आने वाले चुनावों में परिणाम भुगतने पड़ेंगे. अनुराग ठाकुर अपने बयानों में बार-बार ये बात कह रहे थे कि अगर मंत्री पद नहीं मिला तो किसान आंदोलन की तरह उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर बीजेपी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है. हैरानी की बात ये है कि अनुराग गुर्जर जब यह सभी बातें कह रहे थे तब गर्दन झुकाए विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन अपनी मौन स्वीकृति धारण किए हुए थे.
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चुप रहकर भी बहुत कुछ बोल गए चैंपियन:पूरी प्रेस कॉन्फ्रेंस खत्म होने के बाद कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने कहा कि वह अनुराग ठाकुर के इन बयानों से अपने आप को नहीं जोड़ते. उन्हें मंत्री बनाना या नहीं बनाना ये संगठन को तय करना है. मगर यह पार्टी को सुझाव मात्र है. उन्होंने कहा कि पूरे देश में किसान आंदोलन चल रहा है. इससे भाजपा का ओबीसी वोट बैंक किसान आंदोलन से जुड़ गया है. अगर ओबीसी वर्ग के विधायक को मंत्री पद दिया जाता है तो उससे भाजपा से दूर हो चुका ओबीसी वर्ग भाजपा से वापस जुड़ जाएगा. इससे आने वाले चुनाव में संगठन को मजबूती मिलेगी. मतलब साफ है कि कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन गुर्जरों को आगे कर सरकार पर यह दबाव बनाना चाहते हैं कि यशपाल आर्य के बाद खाली पड़ा मंत्रालय उनको दिया जाए.