देहरादून:4 मई से शुरूहुएलॉकडाउन 3.0 और 18 मई से शुरू हुए लॉकडाउन 4.0 में केंद्र सरकार की गाइडलाइन के तहत शर्तों के साथ वाहनों को चलाने की अनुमति प्रदान की गई है. तब से ही राजधानी देहरादून में वायु प्रदूषण के ग्राफ में दिन-प्रतिदिन बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है. उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों पर गौर करें तो पूर्ण लॉकडाउन के दौरान अप्रैल के महीने में शहर का प्रदूषण स्तर सामान्य से काफी कम था. चाहे बात हवा में धूल कण की हो या फिर हवा में मौजूद सल्फर डाइऑक्साइड गैस की मात्रा की. इस दौरान इन सभी का स्तर काफी कम हो चुका था.
उदाहरण के तौर पर 25 अप्रैल को घंटाघर में पीएम 2.5 और पीएम 10 का स्तर क्रमशः 47.62 और 70.93 के आस पास था. इस तरह लॉकडाउन की बदौलत कहीं न कहीं दून की हवा और पानी की स्वच्छता 25 से 30 साल पुराने स्तर पर पहुंच गई थी. लेकिन लॉकडाउन 3.0 और लॉकडाउन 4.0 में केंद्र सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के तहत वाहनों को कुछ शर्तों के साथ चलाने की छूट प्रदान कर दी गई है. ऐसे में 4 मई के बाद घंटाघर में पीएम 2.5 लेवल बढ़कर 79.28 और पीएम 10 का स्तर 98.89 पर पहुँच गया है.
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