देहरादून:जोशीमठ आपदा से जहां लोगों के घरों में दरारें पड़ रही हैं, वहीं लोगों के खेत खलिहान तक पाताल में समा रहे हैं. जिससे अब खेती बाड़ी लोगों के सपना बन जाएगा. वहीं जोशीमठ आपदा को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय से लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय तक समीक्षा बैठक चल रही है. जोशीमठ के भविष्य को लेकर कई ठोस कदम उठाए जा रहे हैं.
किसानों के नुकसान के आकलन का निर्देश:अब उत्तराखंड के कृषि मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को कृषकों की भूमि के नुकसान का आकलन करने के निर्देश दिए हैं. ताकि नुकसान की पूर्ति की जा सके. हालांकि कृषि मंत्री गणेश जोशी का कहना है कि जहां पर नुकसान हुआ है, वहां पर खेती नहीं होती है. उन्होंने बताया कि जहां पर आपदा प्रभावितों को शिफ्ट किया गया है, वह जमीन उद्यान विभाग की है. गणेश जोशी का कहना है कि जोशीमठ में अगर कृषि या हॉर्टिकल्चर का नुकसान हुआ है तो उसका आकलन शीघ्र कर आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं. ताकि जिन काश्तकारों की भूमि आपदा की जद में आई है, उनके नुकसान की पूर्ति समय रहते हो सके.
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