देहरादून:इन दिनों पूरे प्रदेश में भाजपा मंडलों में प्रशिक्षण कार्यक्रम चला रही है. इसी प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाजपा के किसी छोटे कार्यकर्ता द्वारा मंच से पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा पर अभद्र टिप्पणी करने का मामला सामने आया है. इस कार्यकर्ता ने कहा कि अगर बहुगुणा केदारनाथ जाएंगे तो वहां आपदा में मरे लोगों की रूहें उन्हें खा जाएंगी. जबकि इस कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी के कई वरिष्ठ अधिकारी और विधायक भी मौजूद थे, जो इस बयान को चुपचाप सुनते रहे.
जानकारी के मुताबिक, 2017 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से बहुगुणा के नेतृत्व में बीजेपी में आए रायपुर विधायक उमेश काऊ ने इस मुद्दे पर आवाज उठाई है. ये विधायक बहुगुणा खेमे के ही माने जाते हैं. उन्होंने प्रशिक्षण कार्यक्रम में मंच से विजय बहुगुणा के लिए की गई इस टिप्पणी पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत को शिकायत पत्र लिखा है. इतना ही नहीं इस बात पर भी अफसोस जताया कि एक छोटे कार्यकर्ता द्वारा दिए गए बयान को भले ही भूल माना जा सकता है लेकिन, बड़े नेताओं द्वारा इस बयान को नजरअंदाज करना बेहद गलत है.
रास टिकट कटने के बाद बहुगुणा से हो रही बदतमीजी, कार्यकर्ता कर रहे अभद्र टिप्पणी
कांग्रेस से बीजेपी में गए कद्दावर नेता विजय बहुगुणा का राज्यसभा का टिकट कटने के बाद भाजपा के कार्यकर्ता उन्हें हल्के में लेने लगे हैं. पार्टी के सार्वजनिक मंचों से बहुगुणा के लिए अभद्र टिप्पणी की जा रही है. इसकी शिकायत बहुगुणा खेमे के ही विधायक ने प्रदेश अध्यक्ष से की है.
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बता दें कि पार्टी में इन दिनों बागी खेमे के बीच कई मामलों को लेकर दूरियां बढ़ती जा रही हैं. ऐसे में पार्टी के खुले मंच से इस तरह का बयान और ऊपर से पार्टी के बड़े नेताओं की चुप्पी अपने आप में बहुगुणा के वजन को पार्टी में हल्का कर रही है. पार्टी भले ही इस बात से किनारा करे लेकिन सियासी हलकों में ये सवाल उठ रहे हैं कि क्या भाजपा में अब बागियों को हल्के में लिया जाने लगा है.