ऋषिकेश:कोविड संक्रमण को देखते हुए एम्स ऋषिकेश ने ओपीडी सुविधाओं को बंद करने का निर्णय लिया है. अब सभी सामान्य मरीज टेलीमेडिसिन ओपीडी के माध्यम से देखे जाएंगे. इसके साथ ही कोविड मरीजों के उपचार के लिए एम्स अस्पताल प्रशासन ने 300 से अधिक बेड आरक्षित किए हैं. आवश्यकता पड़ने इनकी संख्या 500 तक की जाएगी.
कोविड मरीजों की लगातार बढ़ रही संख्या को देखते हुए एम्स अस्पताल प्रशासन ने कुछ व्यवस्थाओं में बदलाव किया है. इन बदलावों में जनरल ओपीडी बंद कर अब टेलीमेडिसिन के माध्यम से मरीजों को परामर्श दिया जाना शामिल है. एम्स प्रशासन के डीन प्रोफेसर यूबी मिश्रा ने इसकी जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि सामान्य स्तर के सभी मरीज अब टेलीमेडिसिन ओपीडी के माध्यम से देखे जाएंगे, जबकि इमरजेन्सी सुविधा निर्बाध रूप से 24 घंटे जारी रखी गयी है. उन्होंने कहा कि लोगों को चाहिए कि अनावश्यक परेशानी से बचने के लिए वह एम्स की टेलीमेडिसिन सुविधा का लाभ उठाएं.
एम्स ऋषिकेश निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रविकांत के निर्देशन में कोविड मरीजों के लिए 500 बेड आरक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है. वर्तमान में एम्स में कोविड मरीजों के लिए 300 से अधिक बेड रिजर्व रखे गए हैं. इनमें 80 बेड आईसीयू सुविधा युक्त हैं. प्रो. मिश्रा ने बताया कि गंभीर किस्म के कोविड मरीजों के इलाज के लिए अस्पताल में 100 वेंटिलेटर उपलब्ध हैं. उन्होंने यह भी कहा कि कोविड मरीजों के लिए एम्स में एक आपातकालीन केंद्र बनाया गया है. इस केंद्र में कोविड मरीजों की जांच और उन्हें अस्पताल में भर्ती करने संबंधी प्रक्रियाएं की जाएंगी.