देहरादून: उत्तराखंड पुलिस को आधुनिक और स्मार्ट बनाने की कवायद इन दिनों तेजी से चल रही है. पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर स्मार्ट चीता पुलिस जवानों को एडवांस एडवांस ट्रेनिंग देकर तैयार किया जा रहा है. अत्याधुनिक संसाधनों व हथियारों से लैस करने के साथ ही पुलिस के जवानों को मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार करने के अलावा चीता पुलिस टीम को इंडोर-आउटडोर क्लासेस के जरिए कानूनों की जानकारियां मुहैया कराई जा रही हैं.
अब और 'स्मार्ट' होगी चीता पुलिस टीम में 30 महिला जवान भी शामिल
राजधानी देहरादून से चल रहे स्मार्ट चीता पुलिस दल के रूप में 30 महिला और 120 पुरूष पुलिस सहित कुल 150 कर्मियों को शामिल किया गया है. इन सभी पुलिसकर्मियों को देहरादून पुलिस लाइन और नरेंद्र नगर पीटीसी ट्रेनिंग सेंटर में हाईटेक पुलिसिंग के तहत हर तरह की मॉडर्न एडवांस ट्रेनिंग से लैस कराया जा रहा है. 7 जनवरी से शुरू हो चुके इस एक महीने के विशेष हाईटेक ट्रेनिंग सेशन में तीन सप्ताह का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. ये ट्रेनिंग देहरादून पुलिस लाइन और नरेंद्र नगर पीटीसी में संपन्न कराई जा रही है. जबकि एक सप्ताह इन सभी स्मार्ट चीता पुलिस कर्मियों को इंटेलिजेंस पुलिसिंग तंत्र की भी ट्रेनिंग दी जा रही है. आगामी 6 और 7 फरवरी तक एडवांस चीता पुलिस की ट्रेनिंग संपन्न होने के बाद इन्हें सिटी पेट्रोल यूनिट की तर्ज पर अत्याधुनिक संसाधन उपकरणों के साथ सड़क पर उतारा जाएगा.
प्रदेश के ट्रेनिंग सेंटर में एडवांस स्मार्ट चीता पुलिस का प्रशिक्षण देकर सभी पुलिसकर्मियों को थाना चौकी में भेजा जाएगा. इससे पहले पुलिस जवानों को रेगुलर ट्रेनिंग देने के बाद थाना चौकी व अन्य जगह तैनात किया जाता था. वहीं, थाना चौकी से बिना किसी विशेष ट्रेनिंग के जवानों को पुलिस हेल्पलाइन, शिकायत और अपने-अपने इलाकों में चीता पुलिस के रूप में गश्त लगाने लिए भेजा जाता था. ऐसे में बिना किसी ट्रेनिंग के चीता पुलिस कर्मी घटनास्थल पर आवश्यक संसाधनों व अन्य तरह की कानूनी जानकारी न होने के चलते कई तरह की गलतियां कर बैठते थे. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.
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देहरादून पुलिस लाइन के रिक्रूटमेंट ट्रेनिंग सेंटर (RTC) एसआई कृष्ण चंद्र भट्ट ने बताया कि डीजीपी अशोक कुमार के निर्देश के बाद स्मार्ट चीता पुलिस कर्मियों को तैयार किया जा रहा है.इस प्लानिंग में महिलाएं एवं पुरुष सभी बड़ी ही रुचि से ट्रेनिंग ले रहे हैं. स्मार्ट चीता पुलिस की ट्रेनिंग पाने वाले जवानों को शारीरिक और मानसिक रूप में सक्षम करने के साथ ही उन्हें दोपहर के समय अलग-अलग पुलिस के राजपत्रित और उच्च अधिकारियों द्वारा कानून की शिक्षा भी दी जा रही है.
देहरादून एसएसपी डॉ. योगेंद्र रावत ने बताया कि स्मार्ट चीता पुलिसिंग के रूप में तैयार होने वाले 30 महिला और 120 पुरुष जवानों का दल एक महीने के एडवांस ट्रेनिंग के बाद आधुनिक पुलिसिंग के रूप में सड़कों पर उतारा जाएगा. ताकि पुलिस हेल्पलाइन में आने वाली शिकायतों का निवारण समय रहते किया जा सके.